Auraiya: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। जिसमें एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी। यह घटना शादी के महज 15 दिनों बाद हुई। जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पत्नी प्रगति समेत कुल 5 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
पति नहीं प्रॉपर्टी से था प्यार
दरअसल, आरोपी पत्नी प्रगति का अपने पति दिलीप से कोई गहरा लगाव नहीं था। उसके दिल में अपने पति दिलीप के प्रति प्रेम नहीं बल्कि उसकी प्रॉपर्टी थी। परिजनों को जब इस बात का पता चला कि प्रगति का उसके बॉयफ्रेंड अनुराग यादव के साथ चार साल से प्रेम संबंध है तो उन्होंने उसकी शादी दिलीप से कर दी। हालांकि, प्रगति इस रिश्ते को स्वीकार नहीं कर पाई और अपने प्रेमी के साथ जिंदगी बिताने का खौफनाक ख्वाब देखने लगी।
कैसे और कब किया मर्डर?
19 मार्च को कन्नौज जिले के उमर्दा इलाके में दिलीप पर पहले तो हमला किया गया। उसकी बेरहमी से पिटाई की गई और फिर सिर के पिछले हिस्से में गोली मारकर उसे गेहूं के खेत में फेंक दिया गया। गंभीर हालत में उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां 21 मार्च को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
कैसे रची हत्या की साजिश?
पुलिस की जांच में पता चला कि हत्या की साजिश की शुरुआत प्रगति ने ही की थी। उसने अपने पति का विश्वास जीतने के लिए पहली बार एक अच्छी पत्नी की तरह पेश आई। जिससे किसी को शक न हो। शादी के कुछ ही दिनों बाद उसने अपने प्रेमी अनुराग यादव और उसके गिरोह के साथ मिलकर इस खौफनाक हत्या की योजना बनाई।
पुलिस ने कैसे की गिरफ्तारी?
सीसीटीवी फुटेज, सबूतों और जांच के आधार पर पुलिस ने प्रगति, उसके प्रेमी अनुराग और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं, जो हत्या में प्रयोग किए गए थे। पुलिस का मानना है कि यह पूरी साजिश एक सुपारी किलर की तरह रची गई थी। जिसमें हत्या को अंजाम देने के लिए अपराधियों ने योजना बनायी थी।
अब गैंगस्टर के एक्ट के तहत हुआ एक्शन
पुलिस ने इस मामले में गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए गिरोह के मुखिया दुर्लभ उर्फ पिंटू यादव, उसके सहयोगी श्यामू यादव, शिवम यादव, अनुराग उर्फ बबलू (मनोज यादव), रामजी नागर चौधरी, प्रगति यादव और रामू यादव समेत पांच आरोपियों को जेल भेज दिया है।

