तुर्की नाला पुल में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ उठ रही आवाज पर सियासत तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के जिला सचिव नरेश कोरी को राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने से ठीक पहले पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। इस कार्रवाई से विपक्षी दलों में आक्रोश फैल गया है।

सपा जिला सचिव हाउस अरेस्ट
Fatehpur: फतेहपुर में तुर्की नाला पुल में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ उठ रही आवाज पर सियासत तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के जिला सचिव नरेश कोरी को राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने से ठीक पहले पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। इस कार्रवाई से विपक्षी दलों में आक्रोश फैल गया है।
यह कार्रवाई उस समय की गई, जब नरेश कोरी अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की जानकारी दे रहे थे। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और नरेश कोरी सहित उनके समर्थकों को घर में ही नजरबंद कर दिया।
पूरा मामला फतेहपुर-बांदा मार्ग को जोड़ने वाले दांदो पुल के सहायक तुर्की नाला पुल से जुड़ा है। विपक्ष का आरोप है कि यह पुल अब तक चार बार गिर चुका है, जिसके बाद भ्रष्टाचार की गंभीर आशंका सामने आई है। सपा नेताओं का कहना है कि यह केवल पुल नहीं, बल्कि सिस्टम की विफलता है।
नरेश कोरी ने आरोप लगाया कि यह परियोजना करीब 92 करोड़ रुपये से शुरू हुई थी, लेकिन बार-बार बजट बढ़ने के बावजूद जमीन पर असफल साबित हुई। उन्होंने कहा कि पुल का केवल वर्चुअल उद्घाटन किया गया, जबकि कोई ठोस निरीक्षण नहीं हुआ, जिसके चलते पुल फिर क्षतिग्रस्त हो गया।
नरेश कोरी ने कहा कि पुल के बार-बार टूटने से आम जनता को आज भी लगभग 50 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को नजरबंद करना लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद तुर्की नाला पुल को लेकर राजनीतिक बयानबाजी और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।