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सोशल मीडिया पर दबंगई… पुलिस थाने पहुंचा तो हुआ ऐसा हाल; हैरान कर देने वाला मामला

रायबरेली के शिवगढ़ थाना इलाके से एक दिलचस्प और मनोरंजक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक सचिन रावत खुद को इलाके का दबंग साबित करने की कोशिश करता दिख रहा है। सचिन रावत ने वीडियो में एक गाने के माध्यम से खुद को एक ताकतवर और प्रभावशाली शख्स बताने की कोशिश की, साथ ही कैप्शन में भी कुछ ऐसा लिखा कि यह उनके लिए काल बन गया।
Post Published By: Poonam Rajput
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सोशल मीडिया पर दबंगई… पुलिस थाने पहुंचा तो हुआ ऐसा हाल; हैरान कर देने वाला मामला

Raebareli: रायबरेली के शिवगढ़ थाना इलाके से एक दिलचस्प और मनोरंजक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक सचिन रावत खुद को इलाके का दबंग साबित करने की कोशिश करता दिख रहा है। सचिन रावत ने वीडियो में एक गाने के माध्यम से खुद को एक ताकतवर और प्रभावशाली शख्स बताने की कोशिश की, साथ ही कैप्शन में भी कुछ ऐसा लिखा कि यह उनके लिए काल बन गया।

डायनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के मुताबिक, सचिन रावत ने खुद को किसी किसान यूनियन का पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बताया और एक मामले में थाना अध्यक्ष को फटकार लगाने का दावा किया। यही दावा थाने के अधिकारियों और उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने पर सचिन और उसके साथियों के लिए मुसीबत बन गया।

वायरल वीडियो में सचिन रावत को थाने के अंदर आते ही दबंगई छोड़कर ‘भीगी बिल्ली’ की तरह माफी मांगते हुए देखा जा सकता है। उनके साथ दो और युवक भी थे, जो वीडियो में मौजूद थे। थाने के अधिकारी शुरू में इस मामले को हल्के में लेने वाले थे, लेकिन उच्च अधिकारियों के आदेश पर तीनों को थाने बुलाकर पूछताछ की गई।

पुलिस ने जांच के दौरान पता लगाया कि तीनों युवक नाबालिग छात्र हैं, इसलिए कड़ी कार्रवाई करने की बजाय उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। पुलिस ने बताया कि युवकों को सोशल मीडिया पर अपनी हरकतों पर लगाम लगाने की सख्त हिदायत दी गई है।

यह घटना इस बात की मिसाल है कि सोशल मीडिया पर दबंगई दिखाने वाले कई लोग असल जिंदगी में बिल्कुल अलग व्यवहार करते हैं। सचिन रावत और उनके साथियों का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ और लोगों ने इसे हँसी-मजाक के साथ देखा।

यहां यह भी साफ हो गया कि पुलिस प्रशासन ऐसे किसी भी दबंगई को बर्दाश्त नहीं करता और कानून की कार्रवाई करता है। युवाओं को समझना होगा कि सोशल मीडिया पर अपनी छवि चमकाने के चक्कर में वे कभी-कभी अपने ही लिए मुश्किलें खड़ी कर लेते हैं।

यह पूरा मामला एक उदाहरण बन गया है कि दबंगई दिखाने का वीडियो बनाकर वायरल करना सही नहीं, क्योंकि वास्तविकता अलग भी हो सकती है। सचिन रावत की यह कहानी सोशल मीडिया की दुनिया में फर्जी दबंगई और वास्तविकता के बीच की खाई को दर्शाती है।

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