Sonbhadra: जनपद में शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप) ने खाद की भारी किल्लत को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। रॉबर्ट्सगंज के बढ़ौली चौराहे और तहसील परिसर में दो दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष रमेश गौतम के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में किसानों की परेशानियों को उजागर किया गया और सरकार पर किसानों के हक में डाका डालने का आरोप लगाया गया।
खाद की कालाबाजारी पर ‘आप’ का प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जिले में लगातार खाद की किल्लत बनी हुई है, जिससे किसान बेहद परेशान हैं। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि खुलेआम खाद की कालाबाजारी हो रही है, जबकि सरकार और प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। इस मुद्दे को लेकर आम जनता और खासकर किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
आप नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द किसानों को खाद मुहैया नहीं कराई गई तो यह आंदोलन और भी तेज होगा। जिलाध्यक्ष रमेश गौतम ने कहा, ‘योगी सरकार किसानों के हक को छीन रही है। खाद वितरण में पारदर्शिता नहीं है और बिचौलिये इसका फायदा उठा रहे हैं। हमारी मांग है कि जिला प्रशासन तत्काल प्रभाव से खाद वितरण प्रणाली को दुरुस्त करे और कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई करे।’
#Sonbhadra में आम आदमी पार्टी ने खाद की किल्लत और कालाबाजारी को लेकर उग्र प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने सरकार पर किसानों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया।#SonbhadraNews #AAPProtest #FertilizerCrisis pic.twitter.com/ed7C7Otv3c
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) August 23, 2025
सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप
उन्होंने कहा कि सरकार बड़े-बड़े वादे करती है कि किसानों की आय दोगुनी की जाएगी, लेकिन जब उन्हें खेती के लिए सबसे जरूरी संसाधन- खाद- ही समय पर नहीं मिलेगा, तो वे कैसे आगे बढ़ेंगे?
आम आदमी पार्टी ने इस दौरान एक ज्ञापन भी जिला प्रशासन को सौंपा, जिसमें खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने, दोषी दुकानदारों और डीलरों पर कार्रवाई करने तथा किसानों के लिए एक पारदर्शी वितरण तंत्र बनाने की मांग की गई है।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्वक वार्ता की। कुछ समय तक यातायात प्रभावित हुआ, लेकिन बाद में प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हुआ।
स्थानीय किसानों ने भी ‘आप’ के इस आंदोलन का समर्थन किया और कहा कि कई बार शिकायत के बाद भी खाद नहीं मिल पा रही है। उनका कहना था कि यदि समय पर खाद नहीं मिली तो रबी फसलों की बुवाई पर असर पड़ेगा, जिससे आमदनी में बड़ी गिरावट आ सकती है।