शीतलहर का मौसम शुरू होते ही जहां प्रशासन जरूरतमंदों को राहत देने के प्रयास तेज कर चुका है, वहीं चौक नगर पंचायत के सरदार पटेल नगर स्थित रैन बसेरे में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। अपर जिलाधिकारी डॉ. प्रशांत कुमार ने सोमवार को रैन बसेरे का आकस्मिक निरीक्षण किया, जहां पहुंचते ही उन्हें गेट बंद मिला।

रैन बसेरों का औचक निरीक्षण करते एडीएम डॉ. प्रशांत कुमार
Maharajganj: जनपद के चौक नगर पंचायत में बने रैन बसेरे में सोमवार को अपर जिलाधिकारी डॉ. प्रशांत कुमार ने आकस्मिक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण ठंड के मौसम में बेघर और जरूरतमंद लोगों के लिए चल रही व्यवस्थाओं की हकीकत जानने के उद्देश्य से किया गया था। निरीक्षण के दौरान रेन बसेरा पूरी तरह ताला बंद मिला, जिसे देखकर ADM ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की।
जानकारी के अनुसार रैन बसेरा 24×7 खुला रहने की व्यवस्था के तहत संचालित होता है, लेकिन ताला बंद मिलने पर ADM ने स्पष्ट कहा कि यह गंभीर लापरवाही है। कुछ देर बाद केयरटेकर मौके पर पहुंचे, जिसके बाद ADM ने सख्त स्वर में पूछा कि आखिर रेन बसेरा बंद क्यों था और निर्धारित सेवाएँ क्यों नहीं उपलब्ध थीं। उन्होंने मौके पर मौजूद कर्मचारियों को चेताया कि ऐसे जनकल्याणकारी स्थलों पर ताला बंद मिलना किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
अपर जिलाधिकारी ने साफ कहा कि शीतलहर के दृष्टिगत रैन बसेरों को 24 घंटे खुला रहना चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर रात और दिन किसी भी समय जरूरतमंद लोग यहां शरण लेने आते हैं, ऐसे में इनके बंद रहने की स्थिति किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।
ADM ने तत्काल EO ओपी यादव को फोन पर निर्देशित किया कि पूरे मामले पर विस्तृत स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें और जिम्मेदार कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ठंड बढ़ने के साथ रेन बसेरों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, इसलिए यहां किसी भी स्तर पर लापरवाही प्रशासन बर्दाश्त नहीं करेगा।
निरीक्षण के दौरान ADM ने रजिस्टर, बेड की स्थिति, कंबलों की उपलब्धता, रोशनी, साफ-सफाई, पेयजल और अन्य व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने बताया कि अन्य प्रबंध संतोषजनक स्तर पर मिले, लेकिन रेन बसेरा ताला बंद होना एक गंभीर चूक है, जिसकी जवाबदेही तय होगी। ADM ने नगर पंचायत प्रशासन को निर्देश दिया कि रेन बसेरे को हमेशा खुला रखा जाए, और जरूरतमंद लोगों को बिना देरी सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
इसके साथ ही ADM ने स्पष्ट चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रेन बसेरा जनहित से जुड़ा महत्वपूर्ण केंद्र है और यहां तैनात कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय है।
अपर जिलाधिकारी ने नगर निकायों को चेताया कि सर्दियों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी नगर निकाय रैन बसेरों की नियमित मॉनिटरिंग करें और यह सुनिश्चित करें कि जरूरतमंदों को किसी भी हाल में परेशानी न हो।
निरीक्षण के बाद EO ओपी यादव को घटना पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने और ADM को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। प्रशासन की तरफ से बताया गया कि रेन बसेरे की निगरानी और अधिक कड़ी की जाएगी ताकि किसी भी जरूरतमंद को रात में खुले आसमान के नीचे न सोना पड़े।
कड़कड़ाती ठंड के बीच इस आकस्मिक निरीक्षण ने नगर पंचायत में रैन बसेरा व्यवस्था की वास्तविक स्थिति उजागर कर दी है और प्रशासन की गंभीरता को भी सामने रखा है। अब देखना यह होगा कि ईओ द्वारा दिए जाने वाले स्पष्टीकरण के बाद लापरवाह कर्मचारियों पर क्या कार्रवाई होती है।