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Tech News: TP-Link ने Wi-Fi 8 की सफल टेस्टिंग की घोषणा, क्या बदलेगा इंटरनेट अनुभव?

TP-Link USA ने Wi-Fi 8 की सफल टेस्टिंग की घोषणा की है। Qualcomm और अन्य टेक कंपनियों के साथ मिलकर प्रोटोटाइप डिवाइस से डेटा भेजने और प्राप्त करने में सफलता मिली। Wi-Fi 8 तेज़, भरोसेमंद और स्थिर कनेक्शन देने वाली तकनीक है, जो 2028 में बाजार में उपलब्ध हो सकती है।
Post Published By: Sapna Srivastava
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Tech News: TP-Link ने Wi-Fi 8 की सफल टेस्टिंग की घोषणा, क्या बदलेगा इंटरनेट अनुभव?

New Delhi: इंटरनेट की दुनिया में एक नया अध्याय शुरू होने वाला है। TP-Link USA ने घोषणा की है कि उन्होंने Wi-Fi 8 की सफल टेस्टिंग पूरी कर ली है। कंपनी ने बताया कि Qualcomm और अन्य टेक कंपनियों के साथ मिलकर शुरुआती प्रोटोटाइप डिवाइस से डेटा भेजने और प्राप्त करने में सफलता हासिल की गई है। यह ट्रायल यह साबित करता है कि Wi-Fi 8 अब केवल एक कॉन्सेप्ट नहीं बल्कि वास्तविकता बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।

Wi-Fi 8 क्या है?

Wi-Fi 8 अगली पीढ़ी की वायरलेस कनेक्टिविटी तकनीक है, जिसे IEEE 802.11 के Ultra High Reliability (UHR) प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया जा रहा है। पिछले Wi-Fi वर्ज़न मुख्य रूप से इंटरनेट स्पीड पर केंद्रित थे, जबकि Wi-Fi 8 का उद्देश्य है बेहतर स्थिरता, भरोसेमंद कनेक्शन और वायर जैसी गति प्रदान करना।

Qualcomm के अनुसार, Wi-Fi 8 उन क्षेत्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जहां कनेक्शन की स्थिरता बेहद महत्वपूर्ण है, जैसे कि AI सिस्टम्स, रोबोटिक्स, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन और हाई-डेटा प्रोसेसिंग एप्लिकेशन।

वायरलेस तकनीक Wi-Fi 8 करेगी इंटरनेट कनेक्शन को और तेज

Wi-Fi 7 के मुकाबले Wi-Fi 8 की विशेषताएं

Wi-Fi 8 में कई सुधार किए गए हैं जो इसे Wi-Fi 7 से बेहतर बनाते हैं:

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बाजार में उपलब्धता

Wi-Fi 8 अभी डेवलपमेंट और टेस्टिंग के शुरुआती चरण में है। यह IEEE की 802.11bn टास्क ग्रुप के तहत स्टैंडर्डाइज की जा रही है। TP-Link और Qualcomm जैसी कंपनियां मिलकर इसे बाजार के लिए तैयार कर रही हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, Wi-Fi 8 को अंतिम मंजूरी मार्च 2028 तक मिलने की संभावना है, जिसके बाद इसे राउटर और डिवाइस में देखा जा सकेगा।

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भारत में Wi-Fi 8 की स्थिति

भारत में Wi-Fi 8 की उपलब्धता में थोड़ी देरी हो सकती है। इसकी मुख्य वजह है 6GHz बैंड स्पेक्ट्रम से जुड़े नियम। DoT ने इस बैंड के Wi-Fi उपयोग को लेकर फैसला टाल दिया है। COAI इसे मोबाइल सेवाओं के लिए रिज़र्व रखना चाहती है, जबकि Google, Meta और Microsoft जैसे टेक कंपनियां इसे Wi-Fi के लिए खोलने की मांग कर रही हैं। यदि यह बैंड Wi-Fi के लिए मुक्त होता है, तो भारत में भी तेज़ और स्थिर कनेक्टिविटी वाले Wi-Fi 8 का लाभ जल्द मिल सकेगा।

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