New Delhi: Google एक पारंपरिक सर्च इंजन है जो वेब पर मौजूद लाखों वेबसाइट्स को स्कैन करता है और आपके सवालों के जवाब लिंक, विज्ञापन और वेबसाइट प्रीव्यू के रूप में देता है। इसमें यूज़र को खुद लिंक पर क्लिक करके सही जानकारी निकालनी होती है। ChatGPT विशेष रूप से ChatGPT-4o जैसे नए संस्करण, Bing सर्च की मदद से वेब पर ताज़ा जानकारी लाते हैं और फिर उस जानकारी को AI आधारित सोच-विचार के साथ सीधे, सरल भाषा में प्रस्तुत करते हैं। इसका उत्तर अक्सर एक पूरे पैराग्राफ के रूप में होता है- जैसे कोई विशेषज्ञ आपकी मदद कर रहा हो।
यूज़र इंटरफेस में क्या फर्क है?
Google का इंटरफेस वर्षों से एक जैसा रहा है। एक सिंपल सर्च बार, जिसके नीचे रिज़ल्ट्स, ऐड्स, वीडियो, इमेज और शॉपिंग ऑप्शंस नजर आते हैं। वहीं ChatGPT का इंटरफेस एक चैटबॉक्स की तरह होता है, जिसमें यूज़र का सवाल और AI का जवाब दिखता है। यहां कोई विज्ञापन नहीं होते, न ही लिंक की भीड़। यह इंटरफेस ज़्यादा व्यक्तिगत, साफ-सुथरा और उपयोगकर्ता के लिए सरल अनुभव देता है।
रियल-टाइम अपडेट कौन देता है बेहतर?
Google लाइव न्यूज़, ट्रेंडिंग टॉपिक्स और क्रिकेट स्कोर जैसे रियल-टाइम डेटा में काफी तेज़ है। इसकी सिस्टम लगभग हर सेकंड अपडेट होती है। ChatGPT, खासकर जब लाइव वेब सर्च इनेबल हो, कुछ सेकंड ज़्यादा लेता है, लेकिन वह जवाब को समझकर और व्यवस्थित रूप से पेश करता है। जटिल सवालों पर यह सोच-समझकर उत्तर तैयार करता है, जो यूज़र के लिए ज्यादा उपयोगी साबित होता है।
कब क्या करें इस्तेमाल
अगर आपको वेबसाइट विज़िट करनी है कोई प्रोडक्ट खोजना है या जल्दी से जवाब चाहिए तो Google बेहतर है. लेकिन अगर आपको किसी मुश्किल टॉपिक की सरल व्याख्या चाहिए कोई क्रिएटिव आइडिया चाहिए या कोई कांसेप्ट समझना है तो ChatGPT ज्यादा काम का है.
विशेषज्ञों की राय
तकनीक विशेषज्ञों का मानना है कि Google और ChatGPT दोनों ही अपनी जगह पर उपयोगी हैं। Google एक तेज़ और विस्तृत लाइब्रेरी की तरह काम करता है जहां यूज़र को खोज के लिए सामग्री मिलती है। ChatGPT एक पर्सनल असिस्टेंट की तरह है जो उन जानकारियों को समझाकर बताता है।