Agricultural Education Day: 3 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है कृषि शिक्षा दिवस? जानें इससे जुड़ी अहम बातें

देश में हर साल 3 दिसंबर को कृषि शिक्षा दिवस मनाया जाता है। जानें इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें । पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 2 December 2024, 9:17 PM IST

नई दिल्ली: कृषि शिक्षा दिवस हर वर्ष 3 दिसंबर को भारत में मनाया जाता है। यह दिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने न केवल भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में देश का नेतृत्व किया, बल्कि कृषि और ग्रामीण विकास में भी अभूतपूर्व योगदान दिया। उन्होंने खाद्य और कृषि पर संविधान सभा की समिति की अध्यक्षता की थी। 

कृषि शिक्षा का महत्व

भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। कृषि क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियों जैसे कि जलवायु परिवर्तन, भूमि की उत्पादकता में कमी और आधुनिक तकनीकों की कमी को ध्यान में रखते हुए, कृषि शिक्षा का महत्व और भी बढ़ गया है। कृषि शिक्षा का उद्देश्य किसानों और युवाओं को वैज्ञानिक तरीकों और नई तकनीकों से अवगत कराना है, ताकि वे खेती को अधिक उत्पादक और लाभकारी बना सकें।

कृषि शिक्षा दिवस का उद्देश्य

इस दिन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को कृषि शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना और उन्हें इस क्षेत्र में संभावनाओं के बारे में जागरूक करना है। इसके तहत, स्कूलों, कॉलेजों और कृषि विश्वविद्यालयों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। सेमिनार, कार्यशालाएं, प्रदर्शनी और व्याख्यान के माध्यम से छात्रों को कृषि के आधुनिक तकनीकों और प्रथाओं के बारे में जानकारी दी जाती है।

चुनौतियां और समाधान

हालांकि कृषि शिक्षा का महत्व बढ़ रहा है, फिर भी कई युवा इस क्षेत्र को करियर के रूप में नहीं अपनाते। इसका मुख्य कारण जागरूकता की कमी और आधुनिक कृषि की चुनौतियां हैं। इसे दूर करने के लिए सरकार और शिक्षण संस्थानों को मिलकर काम करना होगा। कृषि क्षेत्र में निवेश बढ़ाना, रोजगार के अवसरों का सृजन और किसानों के लिए आर्थिक मदद जैसे कदम इस दिशा में सहायक हो सकते हैं।

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Published : 
  • 2 December 2024, 9:17 PM IST