वेनेजुएला में दूसरी बार ब्‍लैकआउट,स्कूल, दफ्तर और कारखाने फिर से बंद

लैटिन अमेरिकी देश वेनेजुएला फिर से बिजली आपूर्ति ठप होने से बेहाल है। देश के तकरीबन 91 फीसदी हिस्‍से में बिजली नहीं होने की वजह से स्‍कूल, दफ्तर और कारखाने बंद कर दिए गए हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 28 March 2019, 4:54 PM IST
google-preferred

कराकस: लैटिन अमेरिकी देश वेनेजुएला फिर से बिजली आपूर्ति ठप होने से बेहाल है। देश के तकरीबन 91 फीसदी हिस्‍से में बिजली नहीं होने की वजह से स्‍कूल, दफ्तर और कारखाने बंद कर दिए गए हैं। बिजली संकट से पंप ठप होने से पानी की जबरदस्‍त किल्‍लत हो गई है।

आर्थिक संकट और भुखमरी से जूझते वेनेजुएला में लोगों के सामने ब्लैकआउट की समस्‍या खड़ी हो गई है। वेनेजुएला में यह दूसरा मौका है जब इस तरह से बिजली आपूर्ति ठप हुइ है। यह जानकारी वहां के संचार मंत्री जॉर्ज रोड्रिगेज ने वहां के मीडिया को दी है।

अधिकारियों के अनुसार, दक्षिण-पूर्व वेनेजुएला में गुरी बांध पर बने केंद्रीय पनबिजली संयंत्र बना हुआ है। जिस पर कुछ अराजक तत्‍वों ने सोमवार रात हमला कर दिया था जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। जल्‍द ही बिजली आपूर्ति को फिर से बहाल कर लिया जाएगा। आगजनी और हमले की तस्वीरें भी ट्विटर पर पोस्ट की गई हैं, जिसमें संयंत्र का हिस्सा आग की लपटों में घिरा दिख रहा है।

गौरतलब है कि महंगाई की मार से खस्‍ताहाल वेनेजुएला के लाखों लोग देश छोड़ने पर मजूबर हैं। वहां आलम यह है कि अंधेरा होते ही हताश लोग लूटपाट करने को मजबूर हैं।

ज्ञात हो कि देश की अर्थव्यवस्था के बेपटरी होने पर भी पर वहां का विपक्ष मादुरो से कुर्सी खाली करने की मांग कर रहा है। लेकिन उनकी तानाशाही के कारण वेनेजुएला और अमेरिका के संबंध भी काफी खराब हो गए हैं। हालांकि मादुरो पर रूस का वरदहस्‍त है जिसके कारण वह किसी भी दबाव में नहीं आ रहे हैं। जबकि मादुरो पर विपक्ष अपने अधिकारों का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगता रहा है।

No related posts found.