यूपी एसटीएफ ने किया फर्जी प्लेसमेंट सेंटर का पर्दाफाश, नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से बड़ी धोखाधड़ी, तीन गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने फर्जी प्लेसमेंट सेंटर चलाकर युवा बेरोजगारों से मोटी रकम वसूल कर धोखाधड़ी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश कर तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने फर्जी प्लेसमेंट सेंटर चलाकर बेरोजगार नव-युवकों के साथ धोखाधड़ी करने और नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूलने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया। गिरफ्तार आरोपी बेरोजगार युवक व युवतियों का डाटा खरीदते थे और कॉल करके उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। इसके बदले वे युवाओं से अपने खाते में पैसा मंगाते और रकम आने पर अपना सिम बंद कर लेते थे। इस तरह ये कई युवाओं से धोखाधड़ी कर चुके हैं। एसटीएफ ने मेरठ से इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एसटीएफ ने तीन लैपटॉप, कम्प्यूटर, 12 मोबाईल फोन, 18 सिम कार्ड, तीन डोंगल, प्रिंटर, 9 एटीएम कार्ड, 20 रजिस्टर, 5 डायरी और अलग-अलग एयरलाइंस के 6 इण्टरव्यू कॉल लैटर बरामद किये।
तीनों गिरफ्तार अभियुक्त मेरठ के रहने वाले हैं, जिनमे रंजन कुमार निवासी ब्रह्मपुरी मेरठ, नारायण केला थाना कोतवाली मेरठ और मोहित शर्मा थाना जानी मेरठ। शामिल हैं। ये आरोपी पहले अन्य कंपनियों में मार्केटिंग समेत अलग-अलग विभागों में काम कर चुके हैं।
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अभियुक्तों को शुक्रवार की दोपहर भूतनाथ चौराहे से दाहिनी ओर जाने वाली सडक पर मरीन्स आरकेड कॉमप्लैक्स, थाना मेडिकल, मेरठ से गिरफ्तार किया गया।
यूपी एसटीएफ को विगत कुछ समय से जनपद मेरठ में प्लेसमेंट सेंटर चलाकर बेरोजगार नव-युवकों के साथ धोखाधड़ी करने, नौकरी दिलाने का लालच देकर मोटी रकम वसूलने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ को अभिसूचना संकलन कर कार्यवाही किये जाने के लिये निर्देशित किया गया था।
अभिसूचना संकलन के दौरान एसटीएफ को मुखबिर से जानकारी मिली की थाना मेडिकल क्षेत्र के भूतनाथ चौराहा, एल ब्लॉक स्थित मरीनर्स आरकेड कॉम्प्लेक्स के प्रथम तल पर एक फर्जी प्लेसमेण्ट सेंटर चल रहा है, जिसमें कुछ लोग बेरोजगार नव-युवकों के साथ धोखाधडी कर नौकरी दिलाने का लालच देकर मोटी रकम वूसल करते हैं तथा इस गैंग के लोग मौजूद हैं। मुखबिर की निशादेही पर एसटीएफ की टीम ने प्लेसमेट से तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी।
गिरफ्तार अभियुक्तों का सरगना अनुज पुनिया है, जो वर्ष-2020 से फर्जी प्लेसमेण्ट सेंटर चला रहा था। दूसरा अभियुक्त रंजन कुमार पहले नोएडा में आरओ कम्पनी में मार्केटिंग आफिसर की हैसियत से काम करता था। इसी कंपनी में काम करते हुए उसकी मुलाकात अनुज पुनिया से हुई थी। अनुज पुनिया ने रंजन कुमार को ज्यादा पैसे देने का लालच दिया। बाद में रंजन कुमार की मुलाकात नारायण केला व मोहित शर्मा से हुई। इन चारों ने मिलकर काम शुरू किया और फर्जी प्लेसमेंट से युवाओं के धोखाधड़ी करने लगे।
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना मेडिकल, जनपद मेरठ में आईटी एक्ट समेत अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। आरोपियो के खिलाफ अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही हैं।