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Tibet Earthquake: तिब्बत में भूकंप ने मचाई भारी तबाही, 50 से ज्यादा लोगों की मौत, कई घायल

तिब्बत प्रांत में आज सुबह 6.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। भूकंप में तिब्बत को जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Tibet Earthquake: तिब्बत में भूकंप ने मचाई भारी तबाही, 50 से ज्यादा लोगों की मौत, कई घायल

ल्हासा: तिब्बत में आज सुबह 6.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। भूकंप का केंद्र नेपाल के लोबुचे से 93 किमी उत्तर-पूर्व में और तिब्बत के जिजांग क्षेत्र में था। 

खबरों के मुताबिक, भूकंप के चलते तिब्बत को जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। जिसमें 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। साथ ही कई इमारतों समेत इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। फिलहाल क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेश चलाया जा रहा है। 

भारत में इन राज्यों में महसूस हुए झटके

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, नेपाल में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 रही। इसके अलावा भारत के भी कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसमें बिहार, असम, सिक्किम और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। बिहार में पटना और अन्य जिलों के लोग डर के कारण अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, भारत में फिलहाल किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन इतनी तीव्रता के भूकंप के चलते सतर्कता बरती जा रही है।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की रिपोर्ट

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का पहला झटका सुबह 6:35 बजे आया जिसकी तीव्रता 7.1 थी। इसके बाद 7:02 बजे 4.7, 7:07 बजे 4.9 और 7:13 बजे 5.0 तीव्रता के झटके दर्ज किए गए। इन झटकों के चलते लोग खुले स्थानों में इक्कट्ठा हो गए।

नेपाल में बार-बार भूकंप आने का कारण

नेपाल में बार-बार भूकंप आने का प्रमुख कारण टेक्टोनिक प्लेट्स की गतिविधियां हैं। हिमालय रेंज के नीचे स्थित प्लेट्स लगातार अस्थिर रहती हैं, जो भूकंप का बड़ा कारण हैं। 2015 में नेपाल में 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था, जिसमें लगभग 9,000 लोगों की जान गई थी और 8 लाख से ज्यादा घर तबाह हुए थे।

इससे पहले 21 दिसंबर 2024 को भी नेपाल में 4.8 तीव्रता का भूकंप आया था। विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालयी क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेट्स की टकराहट के चलते यहां लगातार भूकंप का खतरा बना रहता है।

10 किलोमीटर की गहराई में केंद्र

अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण (USGS) ने बताया है कि मंगलवार को नेपाल की सीमा के पास तिब्बत क्षेत्र में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया है। भूकंप का केंद्र पर्वतीय इलाके में लगभग 10 किलोमीटर की गहराई में था।

सुनिये भोजपुरी के ट्रेंडिंग स्टार खेसारी लाल क्या कह रहे हैं: 
 

 

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