शिवराज: कर्जमाफी पर मुझे नहीं, किसानों को संतुष्ट करें मुख्यमंत्री
मध्यप्रदेश कांग्रेस द्वारा आज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश में कर्जमाफी का लाभ पा चुके किसानों संबंधी विवरण सौंपे जाने के बाद चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ किसे धोखे में रख रहे हैं और वे उन्हें संतुष्ट करने के बजाए किसानों को संतुष्ट करें।
भोपाल: मध्यप्रदेश कांग्रेस द्वारा आज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश में कर्जमाफी का लाभ पा चुके किसानों संबंधी विवरण सौंपे जाने के बाद चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ किसे धोखे में रख रहे हैं और वे उन्हें संतुष्ट करने के बजाए किसानों को संतुष्ट करें।
प्रदेश कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी के नेतृत्व में चौहान के घर पहुंचा और उन्हें कर्जमाफी का लाभ पा चुके 21 लाख किसानों की सूची दस्तावेजों के साथ सौंपने का दावा किया। चौहान अपने निवास पर पत्रकारों के समक्ष इसी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
यह भी पढ़ें |
मध्य प्रदेश में कांग्रेस को झटका, कमलनाथ के कट्टर समर्थक रहे नरेंद्र सलूजा भाजपा में शामिल
उन्होंने कहा कि किसानों पर 48 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। ये माफ तब होगा, जब बैंकों को सरकार के खजाने से राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार की ओर से पांच हजार करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है। बैंकों को 1300 करोड़ रुपए दिए गए हैं। ऐसे में कर्ज कैसे माफ होगा। मुख्यमंत्री किसे धोखे में रख रहे हैं।
चौहान ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होते ही लाखों किसानों को मोबाइल फोन मैसेज पर आचार संहिता का हवाला देते हुए कर्जमाफी की प्रक्रिया रुकने की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आचार संहिता में प्रावधान है कि अगर कोई योजना जारी है और उसमें हितग्राहियों को चिह्नित कर लिया गया है तो उसमें लाभ दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब आचार संहिता में प्रधानमंत्री की कृषि संबंधित योजना का लाभ मिल सकता है तो प्रदेश सरकार की योजना में क्यों नहीं।
यह भी पढ़ें |
'यंग इंडिया' को कुचलने का 'आजाद भारत' देगा जवाब, जानिये किसने कही ये बात
उन्होंने कर्जमाफी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर किसानों को धोखा देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की जानकारियां देकर मुख्यमंत्री उन्हें संतुष्ट करने के बजाए किसानों को संतुष्ट करें। चौहान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष गांधी ने कांग्रेस की सरकार बनने पर दस दिनों के अंदर कर्ज माफ करने की घोषणा की थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।(वार्ता)