लखनऊ में PAC इंस्पेक्टर की हत्याकांड का पर्दाफाश, पत्नी ने रची साजिश, साले ने किया कत्ल, जानिये पूरा सनसनीखेज खुलासा

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में PAC इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह हत्याकांड का पुलिस ने 6 दिन बाद पर्दाफाश कर दिया है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़ें हत्याकांड का पूरा खुलासा

पुलिस ने किया इंस्पेक्टर हत्याकांड का खुलासा
पुलिस ने किया इंस्पेक्टर हत्याकांड का खुलासा


लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में करवा चौथ पर प्रयागराज में तैनात पीएसी के इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह की सनसनीखेज हत्या का पुलिस ने 6 दिन बाद खुलासा कर दिया है। कृष्णानगर थाना क्षेत्र के मानस नगर में की गई इंस्पेक्टर की हत्या की साजिश उनकी पत्नी भावना ने ही रची थी। उसने इस साजिश में अपने भाई को भी शामिल किया। भावना के भाई और मृतक के साले ने ही गोली मारकर सतीश कुमार सिंह की हत्या की। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड में पुलिस ने कई सनसनीखेज खुलासे किये हैं। 

कई लड़कियों से अवैध संबंध

डाइनामाइट न्यज़ संवाददाता के मुताबिक पूछताछ में गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह के कई लड़कियों से अवैध संबंध थे। वे दोस्तों और लड़कियों को घर पर लाते थे। इंस्पेक्टर की इस हरकत को लेकर पति-पत्नी में कई बार विवाद भी हुआ। 

इंस्पेक्टर की पत्नी और साला गिरफ्तार

सतीश की हत्या की साजिश

जानकारी के मुताबिक मृतक की पत्नी को इस बात का डर सताता रहता था कि उसके पति हरकतों का उनकी बड़ी हो रही 12 साल की लड़की पर भी गलत प्रभाव पड़ सकता है। इन सबके चलते इंस्पेक्टर की पत्नी ने सतीश कुमार सिंह की हत्या की साजिश रची और भाई देवेन्द्र के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया। 

जीपीएस लगाकर इंस्पेक्टर की ट्रैकिंग

डीसीपी दक्षिणी विनीत जायसवाल ने बताया कि इस हत्याकांड में गिरफ्तार देवेन्द्र प्राग ने इंस्पेक्टर सतीश की क्रेटा कार में जीपीएस लगाकर उसका एक्सेस अपने मोबाइल पर लिया था। इससे उसे इंस्पेक्टर की लोकेशन का हर समय पता चलता रहता था। भावना भी इंस्पेक्टर की मुखबिरी करती थी और देवेन्द्र को उसके बारे में जानकारी देती रहती थी।

हत्या में इस्तेमाल हथियार

हत्या के लिये पुरानी साइकिल, तमंचा और पिस्टल खरीदा

पुलिस के अनुसार इंस्पेक्टर की पत्नी भावना के कहने पर ही उसके भाई देवेंद्र ने हत्या की योजना बनाई। इसके लिए हत्या से चार दिन पहले देवेंद्र ने पुरानी साइकिल खरीदी और चारबाग रेलवे स्टेशन के स्टैंड पर लगा दी थी। हत्या के लिये उसने कानपुर से एक तमंचा और पिस्टल भी खरीदा।  

घात लगाकर बैठा रहा

इंस्पेक्टर की हत्या के लिए भावना औऱ देवेंद्र ने दिवाली की रात का समय चुना। देवेन्द्र ने नया सिम और मोबाइल लिया। मोबाइल लेकर हत्या करने के लिए देवेन्द्र साइकिल से ही बहन के घर की तरफ चल दिया। जीपीएस से लोकेशन ट्रैकिंग करते हुए देवेंद्र भी रात के अंधेरे भावना के इशारे पर मौके पर पहुंचा। वह वहां घात लगाकर बैठ गया।

तमंचे से एक और पिस्टल से मारी चार गोलियां

पुलिस के मुताबिक देवेन्द्र ने टोपी और मास्क लगा रखा था। रात 2:10 बजे सतीश कार से बेटी और पत्नी के साथ मानसनगर पहुंचा। भावना और बेटी कार में थी। सतीश गेट खोलने लगा। पीछे से देवेन्द्र ने सतीश पर पहले तमंचे से एक और पिस्टल से चार गोलियां मारीं।

आरोपी देवेंद्र बीटेक के बाद बैंक पीओ की नौकरी कर रहा था। बाद में वो नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी करने लगा था। 

दोनों आरोपी भेजे गये जेल

पुलिस ने इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह की हत्या के आरोप में उसकी पत्नी भावना सिंह और साले देवेंद्र वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।










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