छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों ने दो बारूदी सुरंग का पता लगाया, हादसा टला
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने बुधवार को सड़क के नीचे बिछाई गई बारूदी सुरंग का पता लगाया जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस बाररूदी सुरंग में 25-25 किलोग्राम वजन के विस्फोटक पदार्थ (आईईडी) का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने बुधवार को सड़क के नीचे बिछाई गई बारूदी सुरंग का पता लगाया जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस बाररूदी सुरंग में 25-25 किलोग्राम वजन के विस्फोटक पदार्थ (आईईडी) का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने बुधवार को अवापल्ली-बासागुड़ा मार्ग पर दो बारूदी सुरंग का पता लगाया। उन्होंने बताया कि आवापल्ली थाना क्षेत्र में आज केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दल को गस्त पर रवाना किया गया था।
दल जब अवापल्ली-बासागुड़ा मार्ग पर दुर्गा मंदिर के करीब था तब उन्हें सड़क के नीचे शक्तिशाली बारूदी सुरंग होने की जानकारी मिली।
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों ने सड़क के किनारे से आठ-आठ फुट लंबी-चौड़ी और पांच फुट गहरी सुरंग (फॉक्स होल) बनाकर सड़क के मध्य में प्लास्टिक के बैग में 25-25 किलोग्राम के दो विस्फोटक पदार्थ रखे थे।
उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ और बम निरोधी दस्ता ने विस्फोटक पदार्थ को निष्क्रिय कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए बारूदी सुरंग बिछाई थी, लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता से एक बड़ा हादसा टल गया।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर में माओवादियों ने अप्रैल माह में इसी तरह (फॉक्स होल) की मदद से बिछाए गए बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया था जिससे 10 पुलिसकर्मियों और वाहन चालक की मौत हो गई थी।
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