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राबर्ट वाड्रा ने डीएलएफ जमीन हस्तांतरण मामले में जताई खुशी, जानिये ये बड़ी वजह

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और कारोबारी राबर्ट वाद्रा ने अपनी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी द्वारा रियलिटी कंपनी डीएलएफ को जमीन हस्तांतरित करने में नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किए जाने संबंधी हरियाणा सरकार के अदालती हलफनामे पर शुक्रवार को खुशी जताई और कहा कि उन्हें इसमें ‘उम्मीद की किरण’ दिखती है।पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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राबर्ट वाड्रा ने डीएलएफ जमीन हस्तांतरण मामले में जताई खुशी, जानिये ये बड़ी वजह

नयी दिल्ली: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और कारोबारी राबर्ट वाद्रा ने अपनी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी द्वारा रियलिटी कंपनी डीएलएफ को जमीन हस्तांतरित करने में नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किए जाने संबंधी हरियाणा सरकार के अदालती हलफनामे पर शुक्रवार को खुशी जताई और कहा कि उन्हें इसमें ‘उम्मीद की किरण’ दिखती है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि उनके खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की गई।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि यह किसी और के साथ ना हो। राजनीति का प्रतिशोधी तरीका देश के लिए जहरीला है।’’

मालूम हो कि हरियाणा सरकार ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को बताया है कि वाद्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी द्वारा रियलिटी कंपनी डीएलएफ को जमीन हस्तांतरित करने में नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किया गया।

यह जांच हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रॉबर्ट वाद्रा और कुछ अन्य के खिलाफ सितंबर 2018 में गुरुग्राम में दर्ज एक प्राथमिकी से जुड़ी है।

अदालत में बुधवार को दाखिल एक हलफनामे में सरकार ने कहा, ‘‘गुरुग्राम में मानेसर के तहसीलदार ने बताया कि मैसर्स स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने 18 सितंबर 2012 को मैसर्स डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को 3.5 एकड़ जमीन बेची तथा इस लेनदेन में नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किया गया।’’

इस हलफनामे के बाद राबर्ट वाद्रा ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं हरियाणा सरकार द्वारा अदालत को दी गई रिपोर्ट में आशा की किरण देखकर खुश हूं, जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि मेरे व्यावसायिक लेनदेन में कोई गलत काम नहीं हुआ है।’’

वाद्रा ने कहा कि उन्होंने ईमानदारी से काम किया है और कड़ी मेहनत करके एक मुकाम हासिल किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने हमेशा व्यापार करने और सभी करों का भुगतान करने के वैध तरीकों का पालन किया है। झूठे आरोपों, काम से ताल्लुक रखने वाले कई संबंधों को खोने, सरकार की गलत सूचनाओं और मीडिया के दुष्प्रचार का सामना करते-करते कई साल हो गएं।’’

राबर्ट वाद्रा, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के पति हैं।

 

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