

महिला दिवस के अवसर पर डाइनामाइट न्यूज़ टीम ने दिल्ली की महिलाओं से जानी उनकी राय। महिलाओं ने डाइनामाइट न्यूज़ के संग अपने अनुभव साझा कर कहा कि राजधानी दिल्ली महिलाओं के लिये अब भी सेफ नहीं है। पूरी खबर..
महिला दिवस के अवसर पर डाइनामाइट न्यूज़ टीम ने दिल्ली की महिलाओं से जानी उनकी राय। महिलाओं ने डाइनामाइट न्यूज़ के संग अपने अनुभव साझा कर कहा कि राजधानी दिल्ली महिलाओं के लिये अब भी सेफ नहीं है। पूरी खबर..
नई दिल्ली: आज पूरा विश्व इंटरनेशनल विमेंस डे मनाया जा रहा है। ऐसे में आज डाइनामाइट न्यूज़ टीम दिल्ली की महिलाओं के बीच पहुंची और उनकी राय जानी। महिलाओं से बातचीत में जो सबसे बड़ी चिंताजनक बात सामने आयी वह यह कि देश की आधी आबादी खुद को देश की राजधानी दिल्ली में सुरक्षित नहीं मानती।
डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में महिलाओं ने कहा कि प्रत्येक महिला को सम्मान दिया जाना चाहिये और इसके लिये पेरेंट्स को बच्चों को शिक्षा देनी चाहिये। महिलाओं को घर के बाहर कई तरह की दिक्कतों से जूझना पड़ता है यदि पुरुष अपनी मानसिकता बदले तो महिलायें और ज्यादा इंपॉवर होगी। लड़कियों को खूब पढ़ाना और आगे भड़ाना चाहिये।
महिलाओं ने कहा कि देश में जिस तरह के हालात है, उससे महिलाओं का सुरक्षित रहना मुश्किल है। एक तरफ जहाँ सरकार सुरक्षा को लेकर रोज़ नये कदम उठा रही है, जमीनी हकीकत पर वो पूरी तरह से कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। जिस वजह से महिलाओं को काफी ज्यादा असुरक्षा का सामना करना पड़ा रहा है।
महिलाओं ने कहा कि अगर देश में बदलाव लाना है, तो लोगों को अपनी मानसिकता में बदलाव करना होगा। जब तक लोगों की मानसिकता में बदलाव नहीं आएगा, तब तक देश में महिला सुरक्षा को लेकर कुछ ख़ास बदलाव नहीं आने वाला है।
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