नियमित उड़ान के दौरान लड़ाकू विमान मिग-27 दुर्घटनाग्रस्त, पायलट सुरक्षित
राजस्थान के सिरोही जिले के शिवगंज इलाके में रविवार को सेना का फाइटर प्लेन मिग-27 क्रैश हो गया। दोनों पायलट सुरक्षित हैं। घटना की सूचना पर एयरफोर्स, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पहुंच गए हैं।
जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर में मिग-27 यूपीजी लड़ाकू विमान दुघर्टनाग्रस्त हो गया है। यह विमान अपने नियमित मिशन पर था। एयरक्राफ्ट में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। प्राप्त सूचना के अनुसार यह फाइटर प्लेन सिरोही के गोंडाना में शिवगंज के पास दुर्घटना का शिकार हुआ है।
India Air Force: Today morning at around 1145h a MiG-27 UPG aircraft which got airborne from Utarlai Air Force base experienced engine problems leading to a crash about 120 km south of Jodhpur. Pilot ejected safely. Preliminary reports indicate no loss of property/life on ground.
— ANI (@ANI) March 31, 2019
यह भी पढ़ें |
राजस्थान: जोधपुर में एयर फोर्स का लड़ाकू विमान मिग 27 क्रैश, जलकर हुआ खाक
विमान दुर्घटना पर भारतीय वायुसेना ने बयान जारी करते हुए कहा, आज सुबह 11.45 पर मिग-27 यूपीजी विमान ने उतरलाई एयर फोर्स बेस से उड़ान भरी थी। जिसके बाद उसके इंजन में कुछ खराबी आ गई जिसके कारण वह जोधपुर से 120 किलोमीटर दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दोनों पायलट सुरक्षित हैं। उन्हें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
साथ ही प्राथमिक सूचनाओं के आधार पर जमीन पर किसी तरह का कोई नुक्सान नहीं हुआ है। दुर्घटना के कारणों की जांच करने के लिए एक कोर्ट ऑफ इनक्वायरी का आदेश दे दिया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले 8 मार्च को राजस्थान के ही बीकानेर में मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। हालांकि पायलट विमान से सुरक्षित निकल गया था। यह लड़ाकू विमान मिग-21 बीकानेर से लगभग 12 किलोमीटर दूर शोभासर की ढाणी के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
यह भी पढ़ें |
Fighter Aircraft Crashes: एयरफोर्स का MiG-21 लड़ाकू विमान क्रैश, चार लोगों की मौत, जानिये कैसे हुआ हादसा
वहीं जम्मू-कश्मीर के बड़गाम में पिछले दिनों भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में दो पायलट, चार जवान और एक आम नागरिक की मौत हो गई थी।
ज्ञात हो वर्ष 1963 के बाद से 1,200 से अधिक मिग लड़ाकू विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है। एक जनवरी, 2019 को लोकसभा में दी गई जानकारी के अनुसार, भारतीय वायुसेना में अभी भी मिग के 31 लड़ाकू स्क्वाड्रन चालू हैं।