Manipur Violence: मणिपुर की स्थिति को लेकर राष्ट्रपति से मिलेंगे विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के नेता, जानिये ये बड़े अपडेट

इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दलों के संसद के दोनों सदनों के नेता और हाल ही में मणिपुर का दौरा करने वाले 21 विपक्षी सांसद बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 1 August 2023, 6:23 PM IST
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नयी दिल्ली: इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दलों के संसद के दोनों सदनों के नेता और हाल ही में मणिपुर का दौरा करने वाले 21 विपक्षी सांसद बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने यह जानकारी दी।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘29 और 30 जुलाई को मणिपुर का दौरा करने वाले ‘इंडिया’ के घटक दलों के 21 सांसद 2 अगस्त को सुबह 11:30 बजे माननीय राष्ट्रपति महोदया से मुलाक़ात करेंगे। ‘इंडिया’ के सभी घटक दलों के सदन के नेता भी उनके साथ होंगे।’’

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का समय मांगा था, ताकि हिंसा प्रभावित मणिपुर के मुद्दे और वहां की स्थिति को उनके समक्ष रखा जा सके।

सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति से मुलाकात के समय विपक्षी दल मणिपुर की स्थिति को उनके समक्ष रखेंगे।

विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों के 21 सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 29-30 जुलाई को मणिपुर का दौरा किया था। प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर जोर दिया कि अगर मणिपुर में पिछले तीन महीने से जारी जातीय संघर्ष की समस्या को जल्द हल नहीं किया गया, तो देश के लिए सुरक्षा समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अन्य घटक दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर में जातीय हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद में वक्तव्य देने और इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर हंगामे के कारण दोनों सदनों में कार्यवाही अब तक बाधित रही है।

मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर कांग्रेस ने संसद में जारी गतिरोध के बीच गत बुधवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गई थी। उस दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा था कि वह सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तिथि तय करेंगे।

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