Manipur: मणिपुर में उग्रवादियों के हमले में एक पुलिसकर्मी शहीद

मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों के एक वाहन पर बुधवार को हमला कर दिया जिसमें राज्य पुलिस का एक कर्मी शहीद हो गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Updated : 17 January 2024, 12:48 PM IST
google-preferred

इंफाल: मणिपुर के तेंगनोउपल जिले के सीमावर्ती शहर मोरेह में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों के एक वाहन पर बुधवार को हमला कर दिया जिसमें राज्य पुलिस का एक कर्मी शहीद हो गया। 

पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान मोरेह में राज्य पुलिस कमांडो के रूप में तैनात भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के जवान वांगखेम सोमोरजीत के रूप में की गई है। सोमोरजीत इम्फाल वेस्ट जिले के मालोम के रहने वाले थे।

पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों की बुधवार सुबह मोरेह शहर में तीन अलग-अलग स्थानों पर संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुई।

उसने बताया कि उग्रवादियों ने एसबीआई मोरेह के पास सुरक्षा बलों की एक चौकी पर बम फेंके और गोलीबारी की जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार उग्रवादियों ने अस्थायी कमांडो चौकी पर आरपीजी गोले भी दागे, जिससे आसपास खड़े कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।

पुलिस ने बताया कि एक पुलिस अधिकारी की हत्या के मामले में सीमावर्ती शहर में राज्य बलों द्वारा दो संदिग्धों को गिरफ्तार किए जाने के 48 घंटे बाद संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों की चौकी पर गोलीबारी की।

इससे पहले, मणिपुर सरकार ने तेंगनोउपल में ‘‘शांति भंग होने, सार्वजनिक सद्भाव बिगड़ने और मानव जीवन एवं संपत्ति को गंभीर खतरे की आशंका’’ संबंधी जानकारी मिलने के बाद 16 जनवरी को देर रात 12 बजे से पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया था।

तेंगनोउपल के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कर्फ्यू ‘‘कानून-व्यवस्था लागू करने और आवश्यक सेवाओं से जुड़ी सरकारी एजेंसियों’’ पर लागू नहीं होगा।

पुलिस ने उप संभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) सी आनंद की पिछले साल अक्टूबर में की गई हत्या मामले के दो मुख्य संदिग्धों फिलिप खोंगसाई और हेमोखोलाल माते को गिरफ्तार किया था। दोनों ने सुरक्षाकर्मियों के वाहनों पर गोलीबारी की थी जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया।

पुलिस ने बताया कि बाद में दोनों को मोरेह के न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जहां से उन्हें नौ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

कुकी इनपी तेंगनोउपल (केआईटी), चुराचांदपुर जिले के इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) और कांगपोकपी जिले के कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी (सीओटीयू) ने दोनों की गिरफ्तारी की निंदा की है।

Published : 
  • 17 January 2024, 12:48 PM IST

Related News

No related posts found.