महराजगंज: सीएचसी फरेंदा में जब अचानक मची अफरा-तफरी, जानिये आखिर क्या हुआ अस्पताल में

डीएन संवाददाता

महराजगंज के सीएचसी फरेंदा में अचानक कुछ ऐसा हुआ कि पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये



फरेंदा (महराजगंज): देश से अभी कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। कोविड-19 समेत इसके नए वेरिएंट की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर तैयारियों की समीक्ष करता रहता है। इसी क्रम कोरोना जैसी महामारी से निपटने की तैयारी के लिए फरेंदा सीएचसी में शुक्रवार को मॉक ड्रिल किया गया। अचानक हुए अभ्यास के दौरान वहां अफरा-तफरी जैसा माहौल हो गया। मॉक ड्रिल के खत्म होने के बाद लोगों को पूरा मामला समझ में आया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक अस्पताल के डॉक्टरों व कर्मचारियों ने कोरोना पॉजिटिव मरीज को घर से लेकर अस्पताल तक समुचित स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए मॉक ड्रिल किया। इसमें कोरोना संक्रमित डमी मरीज को एंबुलेंस से लाने एवं उसका उपचार करने की सारी प्रक्रिया का डेमो किया गया।

फरेंदा में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मॉक ड्रिल के मौके पर एसीएमओ राकेश कुमार व प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर मुकेश गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रहे। मॉक ड्रिल में स्वास्थ्यकर्मियों की टीम के बेहतर प्रदर्शन की काफी सराहना की गयी। 

इस अवसर पर एसीएमओ राकेश कुमार ने कहा कि कोरोना की संभावित लहर को लेकर स्थानीय प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम हर समय अलर्ट मोड में है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की स्पेशल टीम गठित की गयी है। इसको लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। 

इस मौके पर डॉक्टर ए.के. पाण्डेय, चीफ फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार पाण्डेय, फार्मासिस्ट गोपाल चतुर्वेदी, फार्मासिस्ट गजेन्द्र उपाध्याय, वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक केशव शुक्ल, वार्ड ब्वाय अजय कुमार गुप्ता,  स्टॉफ नर्स सुधीर कुमार सिंह, प्रीति मिश्रा, नफीसा खातून, तारा सिंह, जैतून निशा, कमलेश चौरसिया, राम नगीना यादव, विनोद, मरीज डब्लू उर्फ राम प्रीत समेत कई अन्य मौजूद रहे।










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