महराजगंज की बड़ी खबर: साधु और साध्वी की सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश, तीन आरोपी गिरिफ्तार, जानिये पूरी मर्डर मिस्ट्री

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद में थाना परसामलिक क्षेत्र में मन्दिर के साधू रामरतन और साध्वी के दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने आखिरकार पर्दाफाश कर दिया है। इस ब्लाइंड मर्डर केस में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 3 December 2021, 3:33 PM IST

महराजगंज: थाना परसामलिक क्षेत्र के ग्राम महदेईया के मन्दिर में रहने वाले साधू रामरतन व साध्वी कलावती के दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने आखिरकार पर्दाफाश कर दिया है। 18 नवंबर को हुए इस डबल मर्डर की पहेली सुरझाने के लिये पुलिस की पांच टीमें काम कर रही थी। हत्याकांड का पर्दाफाश न होने के कारण पुलिस भी जनता के निशाने पर थी। पुलिस ने अब इस ब्लाइंड मर्डर केस का सफल अनावरण करते हुए घटना में शामिल 3 नफर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार अभियुक्तों में संतोष विश्वकर्मा (सोनू) पुत्र जगरनाथ विश्वकर्मा, रोहित विश्वकर्मा पुत्र उमाशंकर विश्वकर्मा और मिट्ठू कौशल पुत्र केशरी प्रसाद है। तीनों अभियुक्त जनपद महराजगंज के ही क्रमश बरगदही, फरेन्दा थाना और नौतनवा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। इसमें से दो अभियुक्तों संतोष विश्वकर्मा और  रोहित विश्वकर्मा को पहले गिरफ्तार किया गया।

दो अभियुक्त संतोष विश्वकर्मा और  रोहित विश्वकर्मा मुख्य रूप से चोर है, जो मंदिर में चोरी करने के लिये गये थे। घंटी चोरी करते समय पुजारी और साध्वी द्वारा शोर मचाने पर इन्होंने उनकी हत्या कर दी। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर दिया है। इन अभियुक्तों ने मिट्ठू कौशल को मंदिर से चुराई गई घंटी बेची थी। 

जानकारी के मुताबिक सर्विलांस सेल व इलेकट्रानिक उपकरणों की मदद से पुलिस ने मुखबिर की खास की सूचना पर घटना से शामिल अभियुक्त संतोष (सोनू) विश्वकर्मा पुत्र जगरनाथ विश्वकर्मा को हरदी डाली से गिरफ्तार किया गया। तलाशी पर उसके पास से एक मोबाइल कार्बन का बरामद हुआ। यह मोबाइल हत्याकांड की शिकार साध्वी कलावती देवी का था, जो गायब हुआ था।  अभियुक्त को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया, जिसके बाद इस हत्याकांड से पर्दा उठने लगा और उसके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस पूछताछ में सोनू ने बताया कि रोहित उसके बड़े भाई राजू का साढू है व उसका जो मेरा मित्र है, जो फरेन्दा कस्बा स्थित मुहल्ला निराला नगर में रहता है। अभियुक्त सोनू की निशानदेही पर पुलिस ने दबिश डालकर रोहित को भी गिरफ्तार किया।

रोहित ने बताया कि इस समयवह बेरोजगार है, इसी कारण ईधर– उधर घूमता रहता है। इसी दौरान वह अपने ससुराल महदेइया स्थित टोला बकुलादह भी आता-जाता रहता था। ससुराल के ठीक उत्तर दिशा में स्थित बाग में एक मंदिर भी है, जिस पर टंगे घण्टों पर उसकी नजर काफी दिनों से थी। लालच में वह घण्टों की चुराने की फिराक में लगा हुआ था। इसी दौरान सोनू उर्फ संतोष से उसकी मुलाकात हुई और उसने सोनू को उसके ससुराल महदेइया कुटी पर टंगे घण्टों/घण्टियों के बारे में बताया।

दोनों आरोपी 18 नवंबर को शाम लगभग 6.00 बजे महदेईया बकुलादह स्थित रोहित के ससुराल आये। वहां उन्होंने नेपाली शराब पी। शराब पीने के बाद दोनों पैदल ही महदेईया कुटी पर पहुंचे और मन्दिर के पास पुवाल में छिपकर मौके की फिराख में बैठ गये। दोनों देर शाम मंदिर के घण्टों को लूटने का प्रयास करने लगे। इसी बीच साध्वी जग गई और हम लोगों आवाज देकर चिल्लाने लगी। बाबा भी जग गये तथा लाठी लेकर उन दोनों की तरफ मारने के लिए आगे बढे। दोनों ने बाबा (पुजारी) की लाठी छिनी और उनके सर पर मारने लगे। बाबा जमींन पर गिर गये। साध्वी भी मौके पर ही लाठी के प्रहार से गिर गई । दोनों लोग जमीन पर गिर कर छटपटाने लगे तो हम दोनों उनको घसीट कर कुछ दूर ले जाकर रख दिये। दोनों ने मन्दिर के चबुतरे पर रखी एक छोटी हाथी की मुर्ति को उठाकर बाबा के सर पर पटक दिया। जब दोनों मर गये तो तो आरोपी मन्दिर से घण्टा व सधुवाईन के कमरे के बक्से से पैसा लूटकर चले गये।  

सुबह दोनों आरोपियों ने लूटे हुए घण्टों को नौतनवा बाजार के बर्तन दुकानदार मिट्ठू कौशल को तीन सौ रुपया प्रति किलो के हिसाब से बेचा और कुल 4500 रुपया मिले। दोनों ने माल के पैसों व मोबाईल को आपस बांट लिया।

Published : 
  • 3 December 2021, 3:33 PM IST

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