DN Exclusive महराजगंज: स्कूलों के नाम पर नौनिहालों के जीवन से खिलवाड़, बेखौफ शिक्षा माफिया फिर मुखर

डीएन संवाददाता

गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कुछ माह पहले सघन अभियान चलाया गया था लेकिन इस अभियान के खत्म होने के बाद ही जिले में शिक्षा माफिया फिर मुखर हो गये हैं और नौनिहालों के जीवन से खिलवाड़ करने में लग गये हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की एकसक्लूसिव रिपोर्ट..

विद्यालय में पढ़ते छात्र
विद्यालय में पढ़ते छात्र


महराजगंज: गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ प्रशासन द्वारा चलाये गये व्यापक अभियान के बावजूद भी शिक्षा माफिया सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। पनियरा विकासखंड के अंतर्गत गैर मान्यता प्राप्त स्कूल नौनिहालों के जीवन से खिलवाड़ करने में लगे हुए है।

क्षेत्र में कई स्कूल बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर शिक्षा के नाम पर जनता को धोखा देने का कार्य कर रहे है। इनमें अधिकतर स्कूल ऐसे हैं जिन्हें कम दर्जे तक की कक्षाओं की मान्यता मिली हुई है और वे इसी मान्यता के आधार पर बड़े दर्जे तक की कक्षाओं का संचालन कर रहे हैं। मसलन किसी स्कूल को यदि आठवीं तक ही मान्यता मिली है तो वह किसी दूसरे स्कूल से खुद को अटैच कर दसवीं और बारहवीं की कक्षाओं को संचालित कर रहा है।

 

 

कई स्कूलों की खुली पोल 

डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने पनियरा विकास खंड के अंतर्गत कुछ विद्यालयों का जब जायजा लिया तो इसी तरह की हकीकत सामने आयी। मुजरी नहर पर स्थित ऑल इन वन स्कूल को देखकर हम भी हैरान रह गये, शिक्षा विभाग इस स्कूल को बन्द बताती है लेकिन यह विद्यालय अभी भी चल रहा है। इसी तरह पीडी नेशनल एकाडमी पनियरा, सेंट पाल अकाडमी सतगुर, एसआईडी कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल कुआचाप, सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल सतगुर आदि है।

शिक्षा माफियाओं की सक्रियता

पिछले सत्र में कुल 51 गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों में से 34 स्कूलों को पनियरा बीआरसी के द्वारा नोटिस रिसीव करा दिया गया था लेकिन इसके बावजूद भी नए सत्र में इन स्कूलों को संचालित किया जा रहा है। विभाग का कहना है कि 16 स्कूलों को बंद करा दिया गया है। लेकिन अभी इस सूची में से दर्जनों स्कूल चल रहे है। इससे स्पष्ट होता है कि जिले में शिक्षा माफिया सक्रिय है और उन्हें प्रशासन का कोई डर नही है।

सिर्फ कागजो में ही बंद है गैर मान्यता प्राप्त स्कूल

जिले के बड़े अधिकारी लाख दावा कर लें, लेकिन गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के प्रबंधकों में शासन का कोई खौफ नही है। पनियरा विकास खण्ड में इसका पूरा हकीकत देखने को मिलेगा। पूर्व समय में पनियरा के दर्जनों स्कूलों को प्रशासन के तरफ से नोटिस दिया गया लेकिन इन स्कूलों पर इन नोटिसों से कोई असर नहीं हुआ है। ये स्कूल केवल कागजों में ही बंद हैं। 
 










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