महराजगंज: टूटे दिलवाली को मनाने में पुलिस भी हुई विफल, सीओ फरेंदा की लाख कोशिशें पर भी एक न हो सका रूठा कपल

डीएन ब्यूरो

शादी के बाद एक विवाहत जोड़े में इस कदर मतभेद गहराया कि लड़की का दिल अभी तक खट्टा है। दोनों को मिलाने के पुलिस के लाख प्रयासों के बाद भी अलग रह रही लड़की अपनी जिद पर अड़ी रही और उसने लड़के के साथ जाने से मना कर दिया। पूरी रिपोर्ट

रुठे जोड़े न हो सके एक (सांकेतिक तस्वीर)
रुठे जोड़े न हो सके एक (सांकेतिक तस्वीर)


महराजगंज: शादी के बाद किन्हीं मतभेदों के कारण अलग-अलग रह रहे जोड़े को दोबारा मिलाने की पुलिस की कवायद विफल हो गई। अलग रह रही लड़की का दिल इस कदर टूटा कि वह वह दोबारा अपने पति के साथ जाने को तैयार नही हुई। सीओ फरेंदा ने दोनों कपल को दोबारा एक करने के लाख प्रयास किये लेकिन लड़की के न मानने के कारण उनका यह नेक प्रयास भी विफल हो गया। 

यह मामला महराजगंज पारिवारिक परामर्श केंद्र पर सामने आया। परामर्श केंद्र के जरिये पुलिस पारिवारिक रिश्तों और विवाहित जोड़ो में हुए किसी तरह के मतभेद को आपसी सहमति से समझौता कराकर रिश्तों में आयी खटास को खत्म करने का काम करती है। लेकिन इस नये तरह के मामले में विवाहित जोड़े को सीओ फरेंदा द्वारा लाख मनाने के बाद भी लड़की वापस ससुराल जाने को राजी नहीं हुई।

पुलिस की पहल भी एक न हुए पूनम और दुर्गेश 

जानकारी के मुताबिक फरेंदा कोतवाली के उदितपुर के नेपाली टोला निवासी पूनम गुप्ता और जिला सिद्धार्थ नगर के ककरहवा निवासी दुर्गेश गुप्ता परिणय सूत्र में बंधे। लेकिन बाद में वैवाहिक जीवन में मतभेद होने के कारण दोनों अलग अलग रहने लगे। मामला क्षेत्राधिकारी फरेंदा के संज्ञान में आया तो दोनों पक्षों को सुलह के लिये कोतवाली बुलाया गया।

कोतवाली में पुलिस द्वारा दोनों पक्षों (लड़का-लड़की) को समझाने और समझौता कराने का प्रयास किया गया। पुलिस की पहल पर लड़का पक्ष तो राजी हो गया लेकिन लड़की अड़ी रही। लड़की ने दोबारा लड़के के साथ जाने से साफ इंकार कर दिया।

सीओ ने बताया कि पुलिस की इस पहले के जरिये वैसे तो कई वैवाहिक व पारिवारिक मामलों को सुलझाया गया है,जिसमें लड़के और लड़की पक्ष के बीच सुलह कराकर कई बिछड़े जोड़ों को मिलाया गया है। लेकिन इस मामले में कई घंटों के अथक प्रयास के बाद भी लड़की ससुराल जाने को राजी नहीं हो रही है, जबकि लड़का पक्ष लड़की को ले जाने के लिए राजी है। लड़की के अपने फैसले पर अड़िग रहने के कारण इस मामले में पुलिस की पहल भी नाकाम हो रही है। 










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