DN Exclusive महराजगंज: सर्द रात में ठिठुरन से बचने के लिये सरकारी अलाव पर जनता ने उठाये सवाल

डीएन ब्यूरो

जनसरोकारों से जुड़ी योजनाओं की पड़ताल करना और उनकी वास्तविकता को संबंधित शासन-प्रशासन समेत जनता के सामने लाकर समाज में सच्चे प्रहरी की भूमिका निभाना डाइनामाइट न्यूज़ की एक बड़ी खासियत है। अपनी इसी विशिष्ठता पर काम करते हुए डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने बीते साल की विदायी और नये साल के स्वागत में जुटे लोगों से रात में जिले में मौजूद तमाम जगहों पर ठंड से बचाव के लिये अलाव की व्यवस्था का जायजा लिया, जिसमें कई खामिया उजागर हुई। जाने पूरी कहानी..



महराजगंज: गरीब और छतों से वंचित लोगों के लिये कड़ाके की ठंड से बचाना और हर नागरिक को सुरक्षित रखना सरकार व शासन की सबसे पहली जिम्मेदारी होती है। कई मर्तबा सरकार इन जिम्मेदारियों को निभाती भी है, लेकिन लापरवाही और प्रशासनिक उदासीनता के कारण इनके नाकामयाब परिणाम सामने आते है। सरकार की हर बेहतर पहल तब कटघरे में आ जाती है, जब इसके लाभ उस व्यक्ति या संस्था को नहीं मिलते, जिसके लिये इन्हें शुरू किया जाता है।

 

ठिठुरते ठंड से जनता के बचाव के लिये प्रशासन द्वारा जगह-जगह पर अलाव की व्यवस्था की जाती है। डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने जिले के कई प्रमुख स्थानो पर जाकर रात में जब अलाव की व्यवस्था का जायजा लिया तो इसमें कई खामियां नजर आई। जिले की मुख्य सड़कों पर ठंड से बचने के लिये कई जगहों पर अलाव तापते लोग नजर आये। लोगों ने बताया कि प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था तो की गयी है लेकिन यह नाकाफी है। कई बार लकड़ियों की कमी के कारण बीच में ही अलाव बुझ जाता है जिस कारण जनता फिर भारी से ठंड से जूझने पड़ता है। अलाव सेक रहे लोगों ने बताया कि स्थानीय नगर पालिका आध्यक्ष द्वारा भी अलाव का बंदोबस्त किया गया है। जनता ने उनके प्रयासों की सराहना की लेकिन सरकार के गरीबों के लिये सरकार की अधूरी व्यवस्थाओं पर बड़े सवाल खड़े किये। 










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