

मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में 35 वर्षीय एक पटवारी को जमीन के नामांतरण के बदले एक शिक्षक से 30,000 रुपये की घूस लेने के आरोप में सोमवार को रंगे हाथों पकड़ा गया। लोकायुक्त पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इंदौर: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में 35 वर्षीय एक पटवारी को जमीन के नामांतरण के बदले एक शिक्षक से 30,000 रुपये की घूस लेने के आरोप में सोमवार को रंगे हाथों पकड़ा गया। लोकायुक्त पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि झाबुआ जिले के राणापुर में पदस्थ पटवारी हेमंत राठौर (35) को उसके घर में बने दफ्तर में जाल बिछाकर तब पकड़ा गया, जब वह शिक्षक किशोर सिंह परमार (48) से कथित घूस के रूप में 30,000 रुपये ले रहा था।
डीएसपी ने बताया कि परमार के एक परिजन ने सोतिया जालम गांव में हाल ही में कृषि जमीन खरीदी थी और उन्होंने पटवारी से इसका नक्शा मांगा था।
उन्होंने बताया,‘‘जमीन का नक्शा प्रदान करने और इसके बाद राजस्व रिकॉर्ड में इसके नामांतरण के बदले पटवारी ने शिक्षक से कुल 63,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।’’
डीएसपी ने बताया कि घूस की पहली किश्त के रूप में 30,000 रुपये लेते रंगे हाथों पकड़े गए पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि पटवारी को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। डीएसपी के मुताबिक घूसखोरी के आरोपी को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के संबद्ध प्रावधानों के तहत नोटिस दिया गया है कि वह लोकायुक्त पुलिस की जांच में सहयोग करेगा और आरोप पत्र पेश किए जाने के वक्त अदालत में मौजूद रहेगा।
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