VIDEO: लखनऊ में कैमिकल फैक्ट्री में जबरदस्त विस्फोट, 1 की मौत, कई घायल, घरों में दरारें

डीएन ब्यूरो

यूपी की राजधानी लखनऊ के एक रिहायशी क्षेत्र में चल रही केमिकल फैक्ट्री में जबरदस्त विस्फोट होने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि कुछ लोग घायल हो गये। घटना से पूरे क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं। पढिये, पूरी खबर..

मौके पर राहत और बचाव कार्य के लिये पहुंची पुलिस टीम
मौके पर राहत और बचाव कार्य के लिये पहुंची पुलिस टीम


लखनऊ:  राजधानी लखनऊ के चिनहट थानाक्षेत्र के उतरधौना स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में बॉयलर फटने से सुपरवाइजर की मौत हो गयी जबकि कुछ लोग घायल हो गये। धमाका इतना तेज था कि आस-पास के डेढ़ किमी तक इशकी आवाज गूंज सुनाई दी। तेज धमाके से पास के गांव उतरधौना में 11 घरों के शीशे टूट गए। दहशत में आए लोग भाग कर घर से निकले और पुलिस को सूचना दी। धमाके से कई घरों में दरारें पड़ गईं। एहतियातन पुलिस ने उतरधौना गांव के एक हिस्से को खाली करा लिया। 

सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे डीसीपी पूर्वी सोमेन वर्मा के मुताबिक रात में कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि केमिकल फैक्टरी का बॉयलर फट गया है। जिसके बाद पुलिस और अग्निशमन की टीम मौके पर पहुंची। हादसे में फतेहपुर निवासी 40 वर्षीय शिव रूप पाल की मौत हो गई। वह फैक्टरी में सुपरवाइजर था। वहीं, उतरधौना गांव की साबिरा, सूबी, सबीना और आमना 5 लोग घायल हो गईं। पुलिस ने घायलों को तत्काल राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।

डीसीपी सोमेन वर्मा के मुताबिक सीएफओ विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में अग्निशमन की टीम फैक्टरी के अंदर दाखिल हुई। करीब डेढ़ घंटे तक मजदूरों की तलाश की गई। इसके बाद पहली मंजिल पर शिव रूप पाल का शव मिला। हादसे के वक्त फैक्टरी चल रही थी या बंद थी, इसके बारे में उद्योग विभाग के अधिकारी जांच करने के बाद ही बता सकते हैं। हालांकि देर रात 11 बजे तक उद्योग विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची थी

ग्रामीणों के मुताबिक रिहायशी इलाके में बनी फैक्टरी हटाने के लिए कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। शुक्रवार की घटना के बाद उग्र ग्रामीणों ने हंगामा और नारेबाजी भी शुरू कर दी। पुलिस के रोकने के बावजूद कुछ ने फैक्टरी पर पथराव भी किया। इस पर पुलिस ने सख्ती करते हुए खदेड़ दिया। हालांकि, पुलिस अधिकारी नारेबाजी और पथराव से इन्कार कर रहे हैं।

डीसीपी सोमेन वर्मा के मुताबिक हादसे की सूचना मिलते ही आस-पास के 4 थानों की पुलिस को उन्होंने मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। साथ ही 8 एंबुलेंस व गोमतीनगर, इंदिरानगर से दमकल की 5 गाड़ियों को मौके पर बुला लिया गया। एडीसीपी पूर्वी अमित कुमार, एसीपी विभूति खंड स्वतंत्र सिंह, इंस्पेक्टर चिनहट क्षितिज त्रिपाठी, विभूति खंड श्याम बाबू शुक्ला, गोमती नगर धीरज कुमार और गोमती नगर विस्तार बृजेश यादव टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। रात तक राहत कार्य चलता रहा।कंपनी कमांडर चंद्रेश्वर के नेतृत्व में एसडीआरएफ की 20 सदस्य टीम भी मौके पर पहुंची और बचाव व राहत कार्य में पुलिस व फायर की टीम की मदद की।

धमाके के साथ फैक्ट्री में चारों ओर धुआं फैल गया। जिससे वहां मौजूद लोगों का दम घुटने लगा। फायर, पुलिस और अन्य राहत व बचाव कार्य में जुटी टीमों को धुएं के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

सवाल उठ रहे हैं की रिहायशी इलाके में पुलिस और प्रशासन के नाक के नीचे कैमिकल  फैक्ट्री अवैध तरीके से कैसी चल रही है।










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