यूपी विधान सभा के सामने वकीलों का धरना, कोरोना काल में निजी स्कूलों से फीस न लेने की मांग, सरकार को ज्ञापन
कोरोना काल में निजी स्कूलों की मनमानी और अभिभावकों पर फीस के लिये दबाव बनाने के खिलाफ यूपी के वकीलों ने आज लखनऊ विधान सभा के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट..
लखनऊ: कोरोना काल में निजी स्कूलों से छात्रों की फीस माफी की मांग को लेकर आज बड़ी संख्या में वकीलों ने विधानसभा के सामने प्रदर्शन करने किया। पहले से ही वकीलों के प्रदर्शन की सूचना के कारण वहां भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। जिसके बाद वकीलों ने अपनी मांगों को लेकर विधान सभा के सामने धरना दिया और अपनी मांगों के बाबत सरकार के एक ज्ञापन प्रेषित किया।
निजी स्कूलों में 3 महीनें की फीस माफी की मांग को लेकर वकीलों के प्रदर्शन के मद्देनजर कल देर रात से ही लखनऊ पुलिस और इंटेलिजेंस की टीमें अपनी तैयारियों में जुटी हुई थी। आज जब वकील प्रदर्शन के लिए हजरतगंज की ओर निकले तो पहले से तैनात पुलिस अफसरों ने परिवर्तन चौक पर ही उन्हें रोक दिया, जिसके बाद वकील वहीं धरने पर बैठ गए।
डाइनामाइट न्यूज से बात करते हुये अधिवक्ता उमेश चन्द्र ने बताया कि चूँकि कोरोना के कारण बङी तादाद मे लोगों के रोजगार, कारोबार प्रभावित हुये हैं। इस कारण 3 महीने की फीस माफी का आदेश सरकार को देना चाहिए। मगर इसके उलट निजी स्कूलों का अपना तर्क है कि वे शिक्षकों, कर्मचारियों की सैलरी वे कहां से देंगे। अब सरकार-प्रशासन को ये तय करना होगा की पूरे प्रकरण मे क्या फैसला लिया जाये।
वकीलों का कहना है कि योगी सरकार को फीस माफी का आदेश जारी करना चाहिये, इससे स्कूल भी अपने कर्मचारियों को सैलरी दे सकेंगे और अभिभावक भी परेशानियों से मुक्त हो जाएंगे। वकीलों ने इस संबंध में सरकार को भी एक ज्ञापन प्रेषित किया।