UP Politics: यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मिले ओमप्रकाश राजभर, बढ़ाया सियासी पारा, कही ये बड़ी बातें

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले राज्य में चुनावी गतिविधियां जोर पकड़ने लगीं है और नेता नये-नये सरल समीकरणों की तलाश में जुट गये हैं। इसी क्रम में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने यूपी भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात से बढ़ा यूपी का सियासी पार (फाइल फोटो)
ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात से बढ़ा यूपी का सियासी पार (फाइल फोटो)


लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में तेज होती राजनीतिक सरगर्मियों के बीच मंगलवार को राजधानी लखनऊ में एक बड़ी पॉलीटिकल मीटिंग हुई। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (एसबीएसपी) ने मंगलवार को सुबह भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से उनके आवास पर जाकर भेंट की। इस मौके पर की भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह भी उनके साथ थे। इस बैठक के बाद एक बार फिर यूपी का सियासी पारा गरमाने लगा है और कई राजनीतिक अटकलें जोरों पर है। 

बता दें कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पहले योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं लेकिन बाद में उन्होंने अपना रास्ता अलग कर दिया था। योगी सरकार से अलग होने के बाद उन्होंने कई मौकों पर भारतीय जनता पार्टी समेत योगी सरकार को कोसने की कोई कसर नहीं छोड़ी। इस बीच राजभर कई अन्य पार्टियों और उनके नेताओं के साथ सुर मिलाते भी नजर आये। 

मंगलवार को राजभर ने लखनऊ में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से उनके  आवास पर जाकर भेंट की। करीब एक घंटे चली उनकी इस मुलाकात के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में खलबली मच गई है और राज्य का सियासी पारा बढ़ने लगा है।

करीब एक घंटे तक दोनों नेताओं से चर्चा के बाद राजभर ने मीडिया से कहा कि राजनीति में कुछ भी संभव हो सकता है। ओम प्रकाश राजभर ने इसे महज औपचारिक भेंट बताया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र देव सिंह पहले पिछड़ों के नेता हैं उसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष। उन्होंने कहा कि यह मुलाकात निजी थी लेकिन कुछ लोग अर्थ का अनर्थ लगाएंगे, तो मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आने वाले विधानसभा चुनाव में सुभासपा ही भाजपा को नेस्तनाबूत करेगी।

भले ही राजभर ने मुलाकात के बाद भाजपा को लेकर तीखा बयान दिया हो लेकिन उनकी इस मुलाकात को लेकर कई तरह के राजनीतिक कयास लगने लगे है। इन बातों की चर्चा भी जोरों पर हैं कि विधान सभा चुनाव से पहले राजभर एक बार फिर भाजपा खेमें में जा सकते हैं। 










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