Lakhimpur Violence: लखीमपुर हिंसा पर फॉरेंसिक रिपोर्ट में हुआ यह बड़ा खुलासा, आशीष-अंकित की बढ़ीं मुश्किलें, जानिये ये अपडेट

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर फॉरेंसिक लैब (एफएसएल) की रिपोर्ट सामने आ गई है। इस रिपोर्ट के खुलासे के बाद मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा और अंकित दास की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Updated : 9 November 2021, 11:53 AM IST
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा को लेकर फॉरेंसिक लैब (एफएसएल) की रिपोर्ट सामने आ गई है। इस रिपोर्ट के सामने आओने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे व मुख्य आरोपी माने जा रहे आशीष मिश्रा और उसके करीबी अंकित दास की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। रिपोर्ट में फायरिंग की पुष्टि हुई है और बताया गया है कि यह फायरिंग आशीष और अंकित के हथियारों से हुई। 

लखीमपुर के तिकुनिया में किसानों के प्रदर्शन के दौरान फायरिंग के बाद हिंसा हुई थी। लखीमपुर पुलिस ने घटना की जांच के लिए अंकित दास की रिपीटर गन, पिस्टल और आशीष मिश्रा की राइफल और रिवॉल्वर को जब्त कर जांच के लिये भेजा था। अब एफएसएल रिपोर्ट में फायरिंग की पुष्टि हो गई है। 

फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट में आशीष मिश्रा और उसके करीबी अंकित दास के लाइसेंसी असलहा की बैलेस्टिक रिपोर्ट में फायरिंग की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक हिंसा के दौरान लाइसेंसी असलहे से फायरिंग भी की गई थी।

बता दें कि कल सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच की निगरानी के लिए एक अलग उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश को नियुक्त करने को कहा है। शीर्ष अदालत ने कहा कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति राकेश कुमार जैन (सेवानिवृत्त) या न्यायमूर्ति रंजीत सिंह (सेवानिवृत्त) लखीमपुर खीरी जांच की देखरेख कर सकते हैं। 

Published : 
  • 9 November 2021, 11:53 AM IST

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