नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) देशवासियों को कच्छ रण उत्सव (Kutch Rann Utsav) में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इस उत्सव को हर साल कच्छ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य का जश्न मनाने के लिए आयोजित किया जाता है।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार पीएम ने अपने इंस्टाग्राम (PM Modi Instagram) से कच्छ का एक वीडियो शेयर किया है। जिसके कैप्शन में उन्होंने बताया कि ये फेस्टिवल मार्च 2025 तक रहेगा।
पीएम ने क्या लिखा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, आइये, चल रहे रण उत्सव के दौरान कच्छ के प्राचीन सफेद रण, शानदार संस्कृति और गर्मजोशी भरे आतिथ्य का अनुभव लें। मार्च 2025 तक चलने वाला यह त्यौहार आपके और आपके परिवार के लिए ऐसा अनुभव होने का वादा करता है जिसे आप कभी नहीं भूलेंगे।
ऐसे में देश-विदेश से आने वाले टूरिस्ट सफेद रेत के विशाल मैदान में चांदनी रात का लुत्फ उठा सकते हैं। साथ ही, वे कच्छ की पारंपरिक कला, संस्कृति और हैंडिक्राफ्ट का भी अनुभव कर सकते हैं।
रण उत्सव में क्या होता है?
कच्छ के रण उत्सव में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। यहां हैंडिक्राफ्ट मार्केट और खाने पीने के स्टॉल भी लगाए जाते हैं। इस फेस्टिवल में आप कच्छ के फोल्क डांस, म्यूज़िक और थिएटर को एक्सपीरियंस कर सकते हैं। साथ ही, आप यहां लोकल हैंडिक्राफ्ट जैसे बंदिनी साड़ियां, चांदी के आभूषण और लकड़ी के खिलौने खरीद सकते हैं। यहां के क्राफ्ट्समैन अपनी ब्लॉक प्रिंटिंग, पॉटरी, वुड कार्विग और मैटल क्राफ्ट के लिए काफी जाने जाते हैं। भारत-पाकिस्तान की सीमा पर इसे फेस्टिवल को आयोजित किया जाता है, जहां आप ऊंट की सवारी का भी आनंद ले सकते हैं।
रण उत्सव तक कैसे पहुंचे
इस कार्निवल तक पहुंचने के लिए किसी भी ट्रांसपोर्ट के किसी भी साधन का इस्तेमाल किया जा सकता है। रण उत्सव तक भुज से प्राइवेट गाड़ी और सरकारी बस की मदद से पहुंचा जा सकता है। कई प्रमुख भारतीय शहरों में प्राइवेट लक्जरी बसें हैं जो भुज तक जाती हैं। यहां पहुंचने के सबसे नजदीक भुज में एक रेलवे स्टेशन है। यहां से कच्छ के लिए टैक्सी या कैब ली जा सकती है। भुज एयरपोर्ट पर प्राइवेट और सरकारी दोनों उड़ानें हैं, जिनको आप इस्तेमाल कर सकते हैं।

