आईपीएल में सट्टेबाजी करने वाले गिरोह का एसटीएफ ने किया भंडाफोड़.. सरगना समेत आठ गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

उत्‍तर प्रदेश के कानपुर, वाराणसी सहित कई जगहों पर एसटीएफ ने आईपीएल क्रिकेट मैचों में ऑनलाइन सट्टेबाजी करने वाले एक गिरोह को पकड़ने के लिए छापेमारी की है। एसटीएफ की छापेमारी में सट्टेबाजों का सरगना जितेन्‍द्र उर्फ जीतू सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट...



कानपुर: उत्‍तर प्रदेश के कानपुर, वाराणसी सहित कई जगहों पर एसटीएफ ने आईपीएल क्रिकेट मैचों में ऑनलाइन सट्टेबाजी करने वाले एक गिरोह को पकड़ने के लिए छापेमारी की है। एसटीएफ की छापेमारी में सट्टेबाजों का सरगना जितेन्‍द्र उर्फ जीतू सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान 29 लाख से अधिक की नकदी, विदेशी मुद्रा 375 दिरहम, 5 लैपटॉप, 3 स्मार्ट टीवी,  30 से अधिक मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। 

एसटीएफ ने उत्‍तर प्रदेश के कई शहरों में छापेमारी की। छापेमारी में आईपीएल के बड़े नेटवर्क को ध्‍वस्‍त किया गया है। कानपुर में छापेमारी में आईपीएल सट्टेबाजी के सरगना जितेन्‍द्र  उर्फ जीतू को उसके चार साथी आशीष, सुमित, मोहित और हिमांशु को पकड़ लिया गया है। इनके पास से 2.75 लाख रुपये नकद और कई सारे मोबाइल फोन जब्‍त किए। 

वहीं वाराणसी से अशोक सिंह, सुनील पाल और विक्‍की खान को गिरफ्तार किया गया है। वाराणसी से 27.75 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है। इसके अलावा एसटीएफ की छापेमारी में  5 लैपटॉप, 3 स्मार्ट टीवी, राऊटर, वाईफाई, अडॉप्टर, कनेक्टर, 30 मोबाइल फोन, 375 दिरहम (विदेशी मुद्रा) आदि समान भी बरामद किया गया।

 

अजय सिंह फरार, तलाश जारी 
वहीं मौके से फरार अजय सिंह की फार्च्‍युनर कार और जीतू की  मर्सीडीज कार को बरामद किया गया है।

दो बेटिंग बॉक्स भी बरामद

कानपुर से ही दो ऑनलाइन सट्टेबाजी (बेटिंग) बॉक्स भी बरामद किए गए हैं। प्रत्येक बेटिंग बॉक्स से 10-10 बुकी  एक साथ ऑनलाइन सट्टेबाजी कर सकते हैं। बेटिंग बॉक्स में माइक और स्पीकर सहित तमान अन्‍य तकनीकी व्‍यवस्‍थाएं भी हैं। साथ ही सट्टेबाजी में विवादों को सुलझाने के लिए रिकार्डिंग कर उसके आधार पर निपटरा किया जाता था। वहीं बेटिंग बॉक्‍स में लगे माइक के मााध्‍यम से ऑनलाइन फोन के माध्‍यम से छोटे सट्टेबाजों को सूचना दी जाती थी। 

सरगना के साथ अन्‍य 20 बुकी भी करते हैं सट्टेबाजी

इसके अलावा ऑनलाइन एप ऑरेंज को लैपटॉप पर डाउनलोड किया गया था जिससे मुख्य सट्टेबाज जीतू के भाव का पता चलता रहता था। जीतू के माध्‍यम से तकरीबन 20 लोग सट्टेबाजी का काम करते थे। सट्टेबाज जीतू के दिल्‍ली, मुंबई, लखनऊ, कानपुर, वारणसी, जयपुर, अजमेर, रायपुर, फतेहपुर के साथ ही देश से बाहर दुबई से भी जुड़े हैं। यह प्रयागराज, कानपुर वारणसी जैसे शहरों से जगह बदल बदल कर अपना नेटवर्क चलाते थे। सट्टेबाजी में लगाए जाने वाले पैसों का लेनदेन हवाला के माध्‍यम से होता है। 

सरगना जीतू ने खरीदें हैं करोड़ों के घर 

नेटवर्क के सरगना जीतू ने दुबई में रहकर कई वर्षों तक ऑनलाइन ट्रेडिंग का काम किया है। इसी अवैध नेटवर्क से बनाए पैसों से जीतू ने मुंबई, कानपुर, लखनऊ, फतेहपुर में करोड़ों की कीमत के मकान खरीदें हैं।










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