नेपाल की प्रतिनिधि सभा में गरमा-गरमी, गुस्साये सांसद ने उतारे कपड़े, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

नेपाल के एक सांसद ने गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की कथित संलिप्तता वाले फर्जी शरणार्थी घोटाले पर प्रतिनिधि सभा में गरमा-गरम चर्चा के बीच अपनी कमीज़ उतार दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

नेपाल की प्रतिनिधि सभा में गरमाई चर्चा
नेपाल की प्रतिनिधि सभा में गरमाई चर्चा


काठमांडू: नेपाल के एक सांसद ने गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की कथित संलिप्तता वाले फर्जी शरणार्थी घोटाले पर प्रतिनिधि सभा में गरमा-गरम चर्चा के बीच अपनी कमीज़ उतार दी।

नेपाल पुलिस नेपाली नागरिकों की विदेशों में भूटानी शरणार्थियों के रूप में तस्करी से संबंधित घोटाले की जांच कर रही है।

प्रतिनिधि सभा के एक निर्दलीय सदस्य अमरेश सिंह ने अपनी कमीज उतार दी, क्योंकि अध्यक्ष देवराज घिमिरे ने कार्यवाही की शुरुआत में उन्हें बोलने के लिए समय नहीं दिया।

जैसे ही सिंह ने कमीज उतारी अध्यक्ष घिमिरे ने उन्हें सदन में उचित व्यवहार नहीं करने पर संसदीय नियमों के अनुसार कार्रवाई की चेतावनी दी। अध्यक्ष की चेतावनी के बाद सिंह ने कपड़े पहन लिए।

इस घोटाले में एक पूर्व वरिष्ठ मंत्री और अन्य शीर्ष स्तर के पूर्व सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं।

सीपीएन-यूएमएल सचिव और पूर्व उप प्रधानमंत्री बहादुर रायमाजी काठमांडू जिला अदालत द्वारा मामले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के बाद से फरार हैं।

पुलिस द्वारा रायमाझी के खिलाफ तलाशी वारंट जारी किए जाने के बाद सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ से उनके आधिकारिक आवास पर दो बार मुलाकात की।

पुलिस ने कथित तौर पर रैकेट में शामिल रायमाजी के बेटे संदीप और छह अन्य लोगों को पहले ही हिरासत में ले लिया है।

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में पूर्व गृह सचिव टेक नारायण पांडेय और इंद्रजीत राय शामिल हैं, जिन्होंने पूर्व गृहमंत्री राम बहादुर थापा के सुरक्षा सलाहकार के रूप में कार्य किया है।

पुलिस ने कहा है कि वे नेपाली नागरिकों के जाली दस्तावेज हासिल करने में सक्रिय रूप से शामिल थे, ताकि वे भूटानी शरणार्थियों के तौर पर अमेरिका जा सकें।










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