गोरखपुर: हॉकरों के कमीशन और ग्राहकों के अधिकार पर गैस एजेंसियों का डाका, पढ़िये Exclusive Report डाइनामाइट न्यूज़ पर

डीएन ब्यूरो

जनता और हॉकरों को अपने अधिकारों की जानकारी न होने के कारण गैस एजेंसियां मुनाफे के चक्कर में हॉकरो के कमीशन खूब चांदी काट रही है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



चौरीचौरा (गोरखपुर): सरकार भले ही जन कल्याणकारी योजनाओं से जनहितैषी होने का दावा करती हो लेकिन प्रचार-प्रसार के अभाव में जनता को योजनाओं के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। अधिकारों की जानकारी न होने के कारण गैस एजेंसियां हॉकरों के कमीशन से मुनाफे की चांदी काट रही है और इसका आर्थिक नुकसान आम उपभोक्ताओं व जनता को भी उठाना पड़ रहा है। 

गैस एजेंसी पर वर्तमान में सिलेंडर का मूल्य 965 रुपए है। इसमें 27 रुपए हॉकर की मजदूरी निर्धारित  की गई है। आलम यह है कि हॉकर को उपभोक्ताओं के भरोसे आश्रित रहना पड़ता है। हाकर के इस कमीशन का शुद्ध मुनाफा गैस एजेंसी मालिकों को हो रहा है। 

इस मामले को लेकर डाइनामाइट न्यूज़ ने चौरीचौरा तहसील के ग्राम सभा महुअवा बुजुर्ग स्थित राजेश एचपी गैस ग्रामीण वितरक तथा गौनर के अमित एचपी गैस सर्विस की पड़ताल की। दोनों गैस एजेंसी के पास लगभग 10,000 घरेलू एवं करीब 7000 कमर्शियल गैस उपभोक्ताओं की संख्या दर्ज है।

डाइनामाइट न्यूज़ ने जब इन एजेंसियों पर कुल 17,000 उपभोक्ताओं के सापेक्ष 27 रुपए हाकरो एवं उपभोक्ताओं को मिलने वाली छूट का जिक्र किया तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। यह आंकड़ा कुल 4 लाख 59 हजार रुपए की धनराशि होती है, यह कहां जा रही है, इसका पता ही नहीं।

इसकी पड़ताल जब हॉकरो एवं उपभोक्ताओं से की गई तो हाकरो एवं ग्राहकों को इसकी जानकारी ही नहीं है। स्थानीय नागरिक मुकेश यादव एवं बी. के. पासवान ने बातचीत में बताया कि हॉकर घर पर आकर हमें 1010 रुपए में गैस लाकर देता है। यदि हम लोग गोदाम पर लेने जाते है तो हमसे 975 रुपया लिया जाता है। आखिर हमसे ₹10 अतिरिक्त क्यों लिया जाता है। कई बार गैस एजेंसी एवं  हाकर से बात की गई किंतु कोई नतीजा नहीं निकला।

गैस एजेंसी मालिकों के उड़े होश
महूअवा बुजुर्ग के एचपी गैस सर्विस के मालिक राजेश कुमार से जब हॉकरो को मिलने वाली 27 रुपए की छूट का जिक्र डाइनामाइट न्यूज़ ने किया तो उन्होंने उपभोक्ताओं की संख्या तक बताने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने वहां मौजूद एजेंसी के सभी हॉकरो और उपभोक्ताओं को भी भगा दिया। 
गौनर के गैस एजेंसी मालिक अमित ने बी हाकरो के पारिश्रमिक की धनराशि पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की।

क्या कहते हैं एसडीएम
इस संबंध में एसडीएम चौरीचौरा ने कहा कि 27 रुपए की हॉकरो को मिलने वाली छूट की जांच कराई जाएगी और गैस एजेंसी मालिकों को इसके व्यापक प्रचार प्रसार के लिए निर्देशित भी किया जाएगा।

क्या कहते हैं सप्लाई इंस्पेक्टर
डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में सप्लाई इंस्पेक्टर चौरीचौरा इंद्रेश पांडे ने कहा कि एक सिलेंडर के निर्धारित मूल्य में 27 रुपया हॉकर का पारिश्रमिक होता है। उपभोक्ता के घर पहुंचने पर यदि हाकर रुपए की डिमांड करता है तो उसकी शिकायत की जाए जिसकी जांच की जाएगी। 

सिलेंडरों की काला बाजारी
इस पड़ताल ने तहसील के एक ग्राम सभा तक का लाखों का यह गोलमाल उजागर कर दिया। अब तहसील एवं जिले पर इंडियन, एचपी, भारत के अलावा छोटी बड़ी गैस एजेंसियां संचालित हो रही है। मंडल पर ग्राहकों की संख्या के सापेक्ष शुद्ध मुनाफा का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। पूरे प्रदेश तक यह शुद्ध कमाई सरकार की होश उड़ा देगी।










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