गोरखपुर: सीएम योगी के शहर में अंधेरगर्दी, कोर्ट का आदेश बना मजाक, पुलिस के संरक्षण में गेट के सामने चलवायी अवैध दीवार

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सूबे के मुखिया बनने के बाद से ही पुलिस विभाग को भले ही 'टाइट' करने में जुटे हों लेकिन उनके गृह जनपद गोरखपुर में पुलिस आज भी गलत कार्यों को संरक्षण देने की अपनी पुरानी आदत से बाज नहीं आ रही है। पूरी खबर..



गोरखपुर: सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में पुलिस किस तरह गलत कार्यों को संरक्षण देने में लगी हुई है, इसकी बानगी उनके शहर के मोहद्दीपुर मोहल्ले में देखी जा सकती है। मोहद्दीपुर में रहने वाली एक महिला ने कानून को ठेंगा दिखाते हुए अपने पड़ोसी के प्रवेश द्वार के सामने ही गैरकानूनी ढ़ंग से कर एक ऊंची दीवार बनाकर उसका रास्ता पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया। पीड़ित पक्ष ने जब इसकी शिकायत उच्च अफसरों से की तो कैंट थाने की पुलिस ने मामले पर अंजान बन आंखे मूंद ली। 

 

पीड़िता का शिकायती पत्र

 

इस मामले में पुलिस की भूमिका और आरोपियों की दबंगई काफी हैरान करने वाली है। मोहद्दीपुर मोहल्ले की निवासी कविता जालान और उसके परिवार वालों ने अदालती आदेश को दरकिनार करते हुए मोहिनी पांडेय पत्नी सुदर्शन पांडेय के घर के गेट के सामने ही एक ऊंची दीवार खड़ी कर दी, जिससे प्रवेश द्वार ही बंद हो गया है।

 

न्यायालय का पेपर

पीड़िता मोहिनी पांडेय ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि कुछ साल पहले भी अतिक्रमण की कोशिश की गयी थी, जिसके खिलाफ उसने अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा। याचिका पर सुनवाई करते हुए सिविल जज गोरखपुर की अदालत ने 26 जुलाई 2010 को अतिक्रमण के इस मामले में अगले निर्णय तक यथास्थिति बनाये रहने का आदेश जारी किया था।

यह मामला वर्तमान समय में सिविल जज जेडी (फास्ट ट्रैक) गोरखपुर की अदालत में विचाराधीन है। पीड़िता ने एसएसपी गोरखपुर को अपनी लिखित शिकायत देकर मामले में न्याय की गुहार लगाई है।   
 










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