मंत्री गायत्री प्रजापति पर दर्ज हुआ गैंगरेप का मुकदमा, लटकी गिरफ्तारी की तलवार
सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा लखनऊ पुलिस ने दर्ज कर लिया। उन पर गंभीर धारायें ठोकी गयी हैं। अब उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
लखनऊ: प्रदेश की राजधानी के गौतमपल्ली कोतवाली में प्रदेश के काबीना मंत्री गायत्री प्रजापति पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक थाने में मुकदमा अपराध संख्या 29/2017 के तहत धारा 511, 376घ, पाक्सो एक्ट ¾ में एफआईआर पंजीकृत की गयी है। एफआईआऱ में गायत्री के अलावा 5 अन्य लोगो भी नामजद किये गये हैं। शुक्रवार को जब सुप्रीम कोर्ट ने गायत्री के खिलाफ एफआईआऱ दर्ज करने का आदेश दिया तब गायत्री खेमे में खलबली मच गयी।
यह है मामला
पिछले साल सितंबर में चित्रकूट की एक 35 वर्षीय महिला ने मंत्री गायत्री प्रजापति और उनके साथियों पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी। आरोप था कि प्रजापति के लखनऊ स्थित गौतमपल्ली स्थित सरकारी आवास पर उसका आना-जाना था। मंत्री ने अपने साथी अशोक तिवारी के जरिए उसे अपने आवास पर बुलाया और हमीरपुर में बालू के खनन का पट्टा देने की पेशकश की। इस दौरान गायत्री ने चाय मंगाई, जिसमें नशीला पदार्थ मिला था। चाय पीने के बाद वह बेहोश हो गई जिसके बाद गायत्री और उनके आवास पर मौजूद अशोक तिवारी, पिंटू सिंह, विकास वर्मा, चंद्र पाल, रूपेश और आशीष शुक्ला ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
लटकी गिरफ्तारी की तलवार
जानकारों के मुताबिक अगर मामले की निष्पक्ष जांच होती है और महिला अपने आरोपों पर कायम रहती है तो मंत्री गायत्री प्रजापति का जेल जाना तय है।
मंत्री का पक्ष
गायत्री प्रजापति ने कहा है कि ये उसके खिलाफ साजिश है और इसके पीछे भाजपा के लोग षड़यंत्र रच रहे हैं।