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फतेहपुर: जल जीवन मिशन योजना में बड़ी लापरवाही, पानी की टंकी बनी शोपीस, अफसरों ने साधी चुप्पी

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में की जल जीवन मिशन योजना घर-घर पानी पहुंचाने का उद्देश्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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फतेहपुर: जल जीवन मिशन योजना में बड़ी लापरवाही, पानी की टंकी बनी शोपीस, अफसरों ने साधी चुप्पी

फतेहपुर: बिंदकी फतेहपुर केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना घर-घर पानी पहुंचाने का उद्देश्य को अभी तक पूरा नहीं कर पाई है। पानी की टंकी शोपीस बनी हुई है और अफसरों ने इस मामले में चुप्पी साधी हुई है। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक बिंदकी तहसील क्षेत्र के देवमई ब्लॉक के 60 ग्राम पंचायतों में अधिकतर जल जीवन मिशन के तहत टंकी शोपीस बनकर रह गई है। पानी न मिलने से ग्रामीणों ने जल जीवन मिशन योजना को हवा हवाई बताया है। 

गांव में जल जीवन मिशन के लिए पाइपलाइन डालने के लिए लाखों की कीमत से बने खड़ंजे आरसीसी रोड ग्राम निधि के द्वारा बनवाई गई थी जिसे ध्वस्त करके ठेकेदार रफू चक्कर हो गए हैं। 

कुछ ग्राम पंचायत के ठेकेदारों ने पाइपलाइन डालने के बाद भी किसी प्रकार का कोई सुधार नहीं किया है। जब भी पानी टंकी में पानी चालू होती है तो जगह-जगह जल भराव हो जाता है। ऐसे ही दुबे पुर गांव में दूषित पानी देखा आता है। पाइपलाइन डालने के बाद जगह-जगह लीकेज हो जाता है, जिससे जल भराव हो जाता है। 

ग्रामीण क्षेत्र की जनता कहती है की ठेकेदारों ने गांव के रास्ते ध्वस्त कर दिए जिससे आने-जाने में अधिक कठिनाइयां होती है। जल जीवन मिशन के तहत पानी की बनी टंकी की बात करें तो पानी नहीं आता है। 

पानी की बनी टंकी अब एक शोपीस बनकर रह गई है। जबकि पाइपलाइन डालने के पहले ठेकेदारों ने बताया था कि रास्ते जैसे थे गांव के इन्हें कंप्लीट किया जाएगा लेकिन ध्वस्त करके मौके से निकल गए हैं। 

ग्रामीणों का कहना है कि कड़जे ध्वस्त करने के बाद ठेकेदार रफू चक्कर हो गए। मनमानी तरीके से जल जीवन मिशन के तहत ठेकेदारों ने पाइपलाइन डालकर गांव की सड़कों और रास्तों में कोई सुधार नहीं किया और ध्वस्त करके अपना उल्लू सीधा कर लिया है। 

ग्रामीणों का कहना है कि अफसरों के पास इतनी शिकायतें दबी हुई है जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। मिशन से जुड़े लोगों की सांठगांठ से करोड़ों की लागत में बनी पानी की टंकी शोपीस बनकर रह गई।  

ग्रामीणों का मानना है कि ऐसे मामलों में अफसर खानापूर्ति कर रहे हैं। या फिर ब्लॉक स्तरीय जल निगम ध्यान नहीं दे रहा है ऐसे में कई बड़े सवालों के घेरे में जिम्मेदारों को खड़ा कर दिया है ग्रामीण क्षेत्र की जनता ने बेहद नाराजगी जताई है। 

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