लोगों को इस तरह बताया, चोटी काटने की घटनाये इसलिये अफवाह है

कानपुर में एक नुक्कड़ नाटक का ‘ई चोटी कटवा कौन है’ का आयोजन किया गया। नाटक के माध्यम से यह दर्शाया गया है कि ये जो चोटी काटने की घटनाएं हो रही हैं वो महज़ एक अफवाह और शरारत पूर्ण तरीके से की जा रही हैं।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 11 August 2017, 4:18 PM IST
google-preferred

कानपुर: देश के कई राज्यों और जिलों में लगातार चोटी कटने की घटनाएं सामने आ रही हैं। चोटी कटने की घटनाओं से महिलाओं मे दशहत और भय का माहौल व्याप्त है। कानपुर शहर में भी लगातार चोटी कटने की घटनाओ की खबर आ रही हैं। वही अब तक कोई भी इस हरकत की सही स्थिति तक नही पहुंच सका। कोई कहता है कि कोई हवा या साया है तो कोई कहता है कि ये एक महज़ अफवाह फैलाई जा रही है। कानपुर में एक नुक्कड़ नाटक का 'ई चोटी कटवा कौन है'  का आयोजन किया गया। जिसमें  नाटक के माध्यम से यह दर्शाया गया है कि ये जो चोटी काटने की घटनाएं हो रही हैं वो महज़ एक अफवाह और शरारत पूर्ण तरीके से की जा रही हैं। इसलिए आप सभी लोग इस ओर बिल्कुल ध्यान न दें।

नाटक के दौरान बेटी की चोटी कटने पर बिलखती हुई मां

नानाराव पार्क में योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में 'नशा हटाओ- बेटी बचाओ, पेड़ लगाओ' अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक 'ई चोटी कटवा कौन है' का आयोजन किया गया। जिसमें नाटक के पात्रों ने चोटी कटने का नुक्कड़ नाटक पेश किया। इस नाटक में दिखाया गया है कि शराबी रामदीन की बेटी जब सोकर उठती है तो उसे अपनी चोटी कटी मिलती है, जिससे वो घबराकर रोने लगती है। वहीं रोने की आवाज़ सुनते ही परिजन और आसपास के लोग आ जाते हैं और तरह तरह की बात करने लगते हैं। कोई कहता है लड़की के ऊपर साया है, तो कोई कहता है नींबू लांघ गयी होगी।

तभी एक नौजवान वहां आता है और परिस्थितियों का अवलोकन करने के बाद कहता है कि इनकी बेटी अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी ,लेकिन उनका परिवार विरोध कर रहा था। इस कारण बेटी ने घर से भागने की धमकी दी थी, जिससे घर वाले घबरा गए थे कही बेटी सच में उनकी बेटी ऐसा कदम न उठा ले। परेशान पिता ने चोटी वाली घटनाओं को जब पढ़ा तो उसने अपनी बेटी को डराने और परिवार की इज्जत बचाने के लिए रात को बेटी की चोटी काट दी। सुबह चोटी कटने की घटना जैसे हर जगह हो रही है यहां भी इसी तरह फैल गयी।। इस नुक्कड़ नाटक के आयोजक किशोर राजपूत ने बताया कि इस नुक्कड़ नाटक का मुख्य उद्देश्य ये हैं कि ये जो लगातार चोटी की घटनाएं हो रही हैं ये सब महज एक अफवाह व शरारत पूर्ण तरह से लोग कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस नुक्कड़ नाटक का मुख्य उद्देश्य जनता को जागरूक करना और लोगों के दिमाग से अंधविश्वास को हटाना है।

No related posts found.