भारत-श्रीलंका के बीच मादक द्रव्य, हथियारों की तस्करी में 13 लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने भारत-श्रीलंका में अवैध मादक द्रव्य और हथियारों की तस्करी के मामले में 10 विदेशियों सहित 13 लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

आरोप-पत्र  (फाइल)
आरोप-पत्र (फाइल)


नई दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने भारत-श्रीलंका में अवैध मादक द्रव्य और हथियारों की तस्करी के मामले में 10 विदेशियों सहित 13 लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

तस्करी का यह मामला दोनों देशों में आतंकवादी समूह लिट्टे को पुनर्जीवित करने के प्रयासों से संबंधित है।

एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम और स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत बृहस्पतिवार को जिन आरोपियों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किए गए उनमें तीन भारतीय - सेल्वाकुमार एम, विग्नेश्वर पेरुमल उर्फ ‘विक्की’ और इय्यपन नंदू उर्फ ‘अय्यप्पन नंदू’- शामिल हैं।

अधिकारी ने शेष 10 श्रीलंकाई नागरिकों की पहचान - सी गुनासेकरन उर्फ ‘गुना’, पुष्पराजा उर्फ ‘पुकुट्टी कन्ना’, मोहम्मद अस्मिन, अलहापेरुमगा सुनील गामिनी फोंसेका, स्टेनली केनेडी फर्नांडो, धानुक्का रोशन, लदिया उर्फ ‘नलिन चतुरंगा’, वेला सुरंगा उर्फ ‘गामगे सुरंगा प्रदीप’, थिलिपन उर्फ ‘दिलीपन’ और दानरत्नम नीलुक्षण- के तौर पर की है।

विक्की और नंदू को इस साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था, जबकि अन्य को पिछले साल दिसंबर में गिरफ्तार किया गया था।

एनआईए ने पिछले साल आठ जुलाई को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था और तमिलनाडु से 13 लोगों को गिरफ्तार किया था।

प्रवक्ता ने कहा कि आरोपियों ने भारत और श्रीलंका में लिट्टे को पुन:सक्रिय करने के लिए धन जुटाने, हथियारों को जमा करने और छिपाने के लिए अवैध मादक द्रव्य के कारोबार की साजिश रची थी।

 










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