विदेशी कालगर्ल मामले में नया मोड़: भाजपा सांसद संजय सेठ ने नकारा आरोपों को, पुलिस आयुक्त लखनऊ से जांच की मांग

डीएन संवाददाता

दो दिन से लखनऊ की फिजाओं में तैर रहे थाईलैंड कालगर्ल मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद संजय सेठ खुद इस मामले में पुलिस आयुक्त लखनऊ के पास पहुंच गये हैं। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:

संजय सेठ के पुत्र कुनाल के शादी समारोह में पीएम नरेन्द्र मोदी (बीच में), दायें संजय सेठ
संजय सेठ के पुत्र कुनाल के शादी समारोह में पीएम नरेन्द्र मोदी (बीच में), दायें संजय सेठ


लखनऊ: क्या संजय सेठ को बदनाम करने के लिए किसी ने साजिश रची है? या फिर वाकई आरोपों में दम है? अब इसकी जांच यूपी पुलिस को करनी है लेकिन सारी कहानी में अब एकाएक नया मोड़ आ गया है। 

लखनऊ के नामचीन उद्योगपति बिल्डर और भाजपा के राज्य सभा सांसद संजय सेठ का कहना है कि उनके व उनके परिवार को बदनाम करने के लिए पूर्णतः असत्य एवं भ्रामक खबरें कुल लोग जानबूझकर सोशल मीडिया पर चलवा रहे हैं।

इस सबसे उनके परिवार का कोई लेना देना नही है। संजय सेठ ने बताया कि इस बारे में उन्होंने पुलिस आयुक्त, लखनऊ डीके ठाकुर को लिखित शिकायत की है। जिस पर उन्होंने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। 

सोशल मीडिया पर आरोप वायरल है कि सात लाख खर्च करके थाईलैंड से संजय सेठ के लड़के कुनाल ने एक कॉल गर्ल बुलाई थी। राजस्थान होते हुए यह कालगर्ल लखनऊ पहुंची, जहां कोरोना की चपेट में आने पर इसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 3 मई को उसकी मौत हो गई।

पुलिस कमिश्नर लखनऊ को संजय सेठ द्वारा लिखे गये पत्र का पहला पेज

मौत के बाद पुलिस वालों ने थाईलैंड दूतावास को बताया फिर इसका अंतिम संस्कार पुलिस वालों ने करा दिया। इन सबके बीच कॉल गर्ल का सहयोगी सलमान जिसने इसे लोहिया में भर्ती कराया था, फरार है। 

पुलिस कमिश्नर लखनऊ को संजय सेठ द्वारा लिखे गये पत्र का दूसरा पेज

संजय सेठ ने दो पेज की अपनी शिकायत में लिखा है कि मृतक लड़की के कॉल डिटेल्स, व्हाट्सअप चैट, पासपोर्ट, लखनऊ में ठहरने आदि की व्यापक जांच करायी जाय, मामले के त्वरित खुलासे के लिए साइबर सेल व आईटी सेल की मदद ली जाय, उनका कहना है कुछ लोगों ने जानबूझकर उनकी छवि खराब करने की साजिश रची है। संजय ने यह भी लिखा है कि मृतक लड़की को किसने अस्पताल में दाखिला दिलाया और एजेंट सलमान की क्या भूमिका है, इसकी व्यापक पड़ताल की जाय। 

पुलिस आयुक्त से सांसद ने कहा कि कुछ लोग गैंग बनाकर समाज और देश में झूठी अफवाह फैला सामाजिक समरसता को बिगाड़ना चाहते हैं, ऐसे लोगों को चिन्हित कर विधिक कार्यवाही की जाय। सांसद ने ऐसे लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लाक करने की मांग भी की है। 

सीएम से मिलेंगे संजय सेठ

सेठ ने कहा कि वे इस मामले में मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे और अपना पक्ष रख निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे। 

जानें संजय सेठ के बारे में

एक वरिष्ठ आईएएस अफसर ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि संजय काफी संघर्ष करके सफलता के इस मुकाम तक पहुंचे हैं। इन आईएएस के मुताबिक उन्होंने खुद संजय को मारुति 800 से चलते देखा है और अपनी मेहनत के बल पर संजय बिजनेस में सफल हुए और आज इनकी गिनती उत्तर भारत के सफल रियल इस्टेट कारोबारी में होती है। शालीमार ग्रुप के नाम से इनका समूह देश के कई इलाकों में बड़े प्रोजेक्ट्स कर रहा है। ये मृदुभाषी हैं। कुछ और वरिष्ठ अफसरों ने बताया कि जिस तरह के आरोप लगे हैं, उस तरह की संगत कभी संजय के परिवार की रही नहीं है।

पीएम मोदी भी पहुंचे थे कुनाल के वैवाहिक समारोह में

संजय की गिनती पीएम मोदी के करीबियों में होती है। संजय को एक पुत्र और एक पुत्री है। जिस पुत्र कुनाल पर आरोप लगाया जा रहा है, उनका विवाह एक बड़े घराने में दिसबंर 2019 में हुआ था। दिल्ली के जिमखाना क्लब में 5 दिसंबर 2019 को रिशेप्सन आयोजित किया गया था, उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर-वधू को आशीर्वाद देने खुद पहुंचे थे। उस समारोह में देश और उत्तर प्रदेश की करीब-करीब हर प्रमुख हस्ती मौजूद थी। इस समारोह से चंद दिन पहले 10 अगस्त को संजय सेठ सपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। संजय को भाजपा में शामिल हुए महज चार महीने ही हुए थे, इसके बावजूद पारिवारिक वैवाहिक समारोह में पीएम मोदी की मौजूदगी से बड़ा संदेश गया। राजनीतिक हलकों में माना गया संजय को पीएम का भरोसा हासिल है। 

लखनऊ पुलिस की चुप्पी पर उठे सवाल

फिलहाल यह मामला हाईप्रोफाइल होता जा रहा है और लखनऊ पुलिस पर जबरदस्त दबाव है कि मामले को निष्पक्ष तरीके से खोले। सबसे हैरानी की बात ये है कि अभी तक इस हाईप्रोफाइल मामले में लखनऊ पुलिस का कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आय़ा है। पुलिस क्यों कुछ नहीं कह रही है, यह रहस्यों के घेरे में है।

अब टूटी लखनऊ पुलिस की नींद

इधर शाम 7.18 बजे डाइनामाइट न्यूज़ पर खबर प्रकाशित होने के बाद लखनऊ पुलिस की नींद टूटी और ट्विटर पर रात 9.12 बजे एक पोस्ट डाल कर आधिकारिक बयान जारी किया गया। जिसमें कहा गया कि मामले की जांच डीसीपी पूर्वी कर रहे हैं और संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है। जांच से प्राप्त तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्यवाही होगी। 

 










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