बिहार रेल हादसा : बक्सर दिल्ली-कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के दुर्घटना 36 घंटे बाद परिचालन शुरू, डाउन लाइन पर मरम्मत का काम जारी

डीएन ब्यूरो

बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के समीप दिल्ली-कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के दुर्घटना के करीब 36 घंटे बाद, दिल्ली के लिए जाने वाली अप लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है जबकि वापसी की डाउन लाइन पर मरम्मत का काम जारी है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

बिहार रेल हादसा
बिहार रेल हादसा


पटना-बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के समीप दिल्ली-कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के दुर्घटना के करीब 36 घंटे बाद, दिल्ली के लिए जाने वाली अप लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है जबकि वापसी की डाउन लाइन पर मरम्मत का काम जारी है। 

रेलवे के मुताबिक, अप लाइन ट्रेनों की सीमित आवाजाही के लिए तैयार है लेकिन इस मार्ग पर सामान्य परिचालन की इजाजत डाउन लाइन के खुलने के बाद ही दी जाएगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार दिल्ली से असम जा रही दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्स्प्रेस के 23 डिब्बे बुधवार रात को नौ बजकर 53 मिनट पर रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के समीप पटरी से उतर गए थे, जिससे चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए थे।

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) बीरेंद्र कुमार ने शुक्रवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ''दुर्घटना स्थल पर अप लाइन हर तरह से दुरुस्त है। जल्द ही डाउन लाइन बहाल कर दी जायेगी। हमारी टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं... ट्रैक की मरम्मत का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।''

उन्होंने बताया कि रेलवे पटरियों से अधिकतर मलबा हटा दिया गया है।

ज्यादातर घायलों का इलाज बक्सर और पड़ोसी शहर आरा के अस्पतालों में किया जा रहा है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स-पटना) के कार्यकारी निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने शुक्रवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि कुल 25 घायल यात्रियों को एम्स-पटना लाया गया था, जिसमें से नौ घायलों को छुट्टी दे दी गई है जबकि 16 घायलों का इलाज अभी भी किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि किसी की हालत गंभीर नहीं है।

भारतीय रेल ने बृहस्पतिवार को प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।

बिहार सरकार ने भी हादसे में मारे गए चारों लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। रेलवे ने बृहस्पतिवार को घटना के कारण का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

शुरुआती जांच में यह पाया गया कि रेल के पटरी से उतरने का संभावित कारण रेलवे ट्रैक में खराबी हो सकता है।

इस बीच, भारतीय रेल ने मरम्मत तथा बहाली कार्यों के कारण शुक्रवार को आठ ट्रेनें रद्द कर दीं और नौ ट्रेनों का मार्ग बदल दिया।










संबंधित समाचार