New Delhi: अगले साल भारत और श्रीलंका संयुक्त रूप से आईसीसी टी20 विश्व कप 2026 की मेजबानी करने जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) जल्द ही टूर्नामेंट का पूरा कार्यक्रम जारी करेगी। इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन शहरों की सूची तैयार कर ली है जहां यह टूर्नामेंट आयोजित किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई ने पांच भारतीय शहरों को शॉर्टलिस्ट किया है, जबकि फाइनल मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा।
चुने गए पांच भारतीय शहर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई अधिकारियों की हाल ही में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि 2023 वनडे विश्व कप की तुलना में कम शहरों में टी20 विश्व कप 2026 की मेजबानी की जाएगी। इसके तहत भारत में अहमदाबाद, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई को इस टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए चुना गया है।
प्रत्येक स्थल पर कम से कम छह मुकाबले खेले जाने की संभावना है। अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम, जो दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट मैदान है, टी20 विश्व कप 2026 के फाइनल मुकाबले की मेजबानी करेगा।
श्रीलंका के तीन मैदानों में भी होंगे मैच
टी20 विश्व कप 2026 भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में खेला जाएगा। रिपोर्टों के मुताबिक, श्रीलंका में तीन प्रमुख स्टेडियमों में मैच आयोजित किए जाएंगे। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि कौन से तीन मैदान इन मुकाबलों की मेजबानी करेंगे। सूत्रों का कहना है कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को जल्द ही आईसीसी की ओर से स्टेडियम चयन को लेकर निर्देश मिलेंगे।
बेंगलुरु और लखनऊ को लेकर संशय
BCCI ने इस टूर्नामेंट के आयोजन के लिए जिन शहरों को चुना है, उनमें बेंगलुरु और लखनऊ का नाम शामिल नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि इन दो शहरों में से किसी एक को अंतिम सूची में शामिल किया जाएगा या नहीं।
इसके अलावा, बीसीसीआई ने यह भी निर्णय लिया है कि ICC महिला वनडे विश्व कप 2025 में जिन शहरों में मैच खेले गए थे, जैसे गुवाहाटी, विशाखापत्तनम, इंदौर और नवी मुंबई, उन्हें टी20 विश्व कप के आयोजन के लिए नहीं चुना जाएगा।
सेमीफाइनल और फाइनल स्थल को लेकर स्थिति
आईसीसी ने बीसीसीआई को स्पष्ट किया है कि अगर श्रीलंका टीम सेमीफाइनल तक पहुंचती है, तो उसका मुकाबला कोलंबो में ही खेला जाएगा। वहीं, अगर पाकिस्तान टीम फाइनल में पहुंचती है, तो खिताबी मुकाबला किसी तटस्थ स्थान पर आयोजित किया जाएगा ताकि किसी तरह की राजनीतिक या सुरक्षा जटिलता से बचा जा सके।

