T20 वर्ल्ड कप टीम में शुभमन गिल को बाहर और सूर्यकुमार यादव को बनाए रखने पर चर्चा तेज़ हो गई है। 2007 T20 वर्ल्ड कप विजेता रॉबिन उथप्पा ने कहा कि वर्ल्ड कप में टीम केवल एक आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ी को मौका दे सकती है और यही गिल के बाहर होने की वजह हो सकती है।

सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल (Img: Internet)
New Delhi: भारत की T20 वर्ल्ड कप टीम की घोषणा के बाद क्रिकेट फैंस में दो नामों को लेकर काफी चर्चा हो रही है: शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव। उप-कप्तान शुभमन गिल को टीम से बाहर किया गया है, जबकि कप्तान सूर्यकुमार यादव, जो लंबे समय से खराब बैटिंग फॉर्म से जूझ रहे हैं, टीम में बनाए रखे गए हैं। इस मुद्दे पर 2007 T20 वर्ल्ड कप विजेता रॉबिन उथप्पा ने अहम बयान दिया।
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए उथप्पा ने कहा कि वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में टीम केवल एक खिलाड़ी को मौका दे सकती है जो रन नहीं बना रहा हो। उन्होंने स्पष्ट किया, “वर्ल्ड कप में आप सिर्फ एक ऐसे खिलाड़ी को मौका दे सकते हैं जो रन नहीं बना रहा हो, उससे ज़्यादा नहीं।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या शुभमन गिल को इसलिए बाहर किया गया क्योंकि सूर्यकुमार रन नहीं बना रहे थे, तो उथप्पा ने कहा, “हाँ, शायद यही वजह है।”
उथप्पा ने सूर्यकुमार यादव की स्थिति को अलग तरीके से समझाया। उनका कहना है कि सूर्यकुमार आउट ऑफ फॉर्म नहीं हैं, बल्कि रन बनाने में नाकाम हैं। “हाई लेवल क्रिकेट खेले बिना इसे समझना मुश्किल है। शुभमन गिल आउट ऑफ फॉर्म हैं, जबकि सूर्यकुमार रन नहीं बना पा रहे हैं।”
आंकड़े भी यही कहानी बयां करते हैं। सूर्यकुमार यादव ने अपनी पिछली 22 T20 इंटरनेशनल पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं बनाया है और पिछले एक साल में केवल दो बार 25 रन का आंकड़ा पार किया है।
गिल पर टिप्पणी करते हुए उथप्पा ने कहा कि वर्तमान में वह काफी कन्फ्यूज दिख रहे हैं। “वह अच्छे टच में नहीं दिख रहे हैं। आप उनकी आँखों में देख सकते हैं; जब वह बैटिंग करते हैं तो काफी कन्फ्यूजन होता है। वह अच्छी गेंदों पर आउट हो रहे हैं। लुंगी एनगिडी ने पूरी सीरीज़ में शानदार बॉलिंग की और गिल को परेशान किया।”
उथप्पा ने टीम की घोषणा देखकर अपनी हैरानी जताई। उन्होंने कहा, “मैं सच में हैरान था। मैंने सोचा, ‘यह क्या हो गया?’” उन्होंने माना कि टीम मजबूत है, लेकिन सिलेक्शन प्रोसेस पर सवाल उठते हैं। उथप्पा के अनुसार, मुद्दा केवल किसी खिलाड़ी को टीम से बाहर करना नहीं है, बल्कि फैसले लेने का तरीका है। “अगर आप किसी खिलाड़ी को वाइस-कैप्टन बना रहे हैं, तो बीच में उसे हटाना समझ से बाहर है। या तो शुरू में ही रोल न दें, या वाइस-कैप्टन की घोषणा ही न करें।”