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ऋषभ पंत के कप्तानी फैसले ने भारत ए की परेशानी बढ़ा दी। बेंगलुरु में खेले गए दूसरे अनाधिकारिक टेस्ट में टीम ने सिर्फ 382 रन पर अपनी पारी घोषित कर दी, जबकि ध्रुव जुरेल और अन्य बल्लेबाज बड़ी पारी खेल सकते थे। इस जल्दबाजी के चलते भारत 5 विकेट से हार गया।
ऋषभ पंत ने लिया गलत फैसला (Img: X)
Bengaluru: दक्षिण अफ्रीका A ने बेंगलुरु में खेले गए दूसरे अनाधिकारिक टेस्ट में भारत ए को 5 विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की। भारत A ने दक्षिण अफ्रीका ए के सामने 417 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था, लेकिन टीम इंडिया को जल्दी पारी घोषित करने की कीमत चुकानी पड़ी। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों में जॉर्डन हरमन ने 91 रन की शानदार पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिलाई।
भारत A को पहली पारी में 34 रनों की बढ़त हासिल हुई थी। इसके बाद दूसरी पारी में ध्रुव जुरेल ने नाबाद 127 रनों की पारी खेली, जबकि ऋषभ पंत और हर्ष दुबे ने अर्धशतक बनाए। पंत ने 65 और हर्ष दुबे ने 84 रन बनाकर टीम को 382 रनों पर पारी घोषित करने में मदद की।
SOUTH AFRICA A CHASE DOWN 417 VS INDIA A. 🤯 pic.twitter.com/eZes4X6wfZ
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) November 9, 2025
हालांकि, पारी घोषित करने का निर्णय टीम इंडिया के लिए महंगा साबित हुआ। जुरेल पहले ही सेट हो चुके थे और उनकी दमखम की मदद से टीम आसानी से 450 या 500 रनों का लक्ष्य बना सकती थी। लेकिन कप्तान ऋषभ पंत और टीम प्रबंधन ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने से पहले पारी घोषित कर दी, जिससे दक्षिण अफ्रीका A के लिए जीत का रास्ता आसान हो गया।
ध्रुव जुरेल ने इस सीरीज में भारतीय टीम के लिए दोनों पारियों में शतक लगाकर अपनी काबिलियत साबित की। पहली पारी में उन्होंने 132 रन बनाए, जबकि दूसरी पारी में 127 नाबाद रन के साथ न सिर्फ टीम का स्कोर बढ़ाया, बल्कि विपक्षी टीम के गेंदबाजों को भी परेशान किया। जुरेल ने केवल दूसरे टेस्ट में ही कुल 259 रन बनाए और इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का पुरस्कार दिया गया।
जुरेल की पारियों ने उन्हें भारत के लिए टेस्ट टीम में जगह बनाने की मजबूत दावेदारी दी है। उनकी लगातार दो शतकों वाली यह सीरीज़ भारतीय चयनकर्ताओं के लिए संकेत भी रही कि वह बड़े मैचों में दबाव संभाल सकते हैं।
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भारत A ने पहला अनाधिकारिक टेस्ट जीतकर सीरीज़ में बढ़त बनाई थी, लेकिन दूसरे टेस्ट में पारी जल्दी घोषित करने का फैसला टीम को महंगा पड़ा। यह अनुभव बताता है कि घरेलू और A-टीम लेवल पर भी रणनीति और पारी का फैसला मैच का परिणाम बदल सकता है। कप्तान पंत और टीम प्रबंधन के लिए यह स्पष्ट संदेश है कि पारी घोषित करने का निर्णय सावधानी से लेना होगा, खासकर जब बल्लेबाज अच्छे फॉर्म में हों।