हिंदी
क्रांति गौड़ की ऐतिहासिक जीत ने न केवल भारत को महिला वनडे विश्व कप दिलाई, बल्कि उनके परिवार की 13 साल पुरानी पीड़ा भी समाप्त कर दी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की कि क्रांति के लिए एक ऐसा ऐलान किया है, जो उन्हें भावुक करने वाला है।
वर्ल्ड चैंपियन क्रांति गौड़ (Img: X)
Bhopal: मध्य प्रदेश की तेज़ गेंदबाज़ क्रांति गौड़ ने हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम को आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जिताकर देश को गर्व महसूस कराया है। इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही उनके परिवार की 13 साल पुरानी पीड़ा भी खत्म हुई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की कि क्रांति के पिता मुन्ना लाल गौड़ (जिन्हें 2012 में निलंबित किया गया था) को बहाल किया जाएगा। ऐसे में क्रांति की जीत सिर्फ खेल में नहीं, बल्कि उनके परिवार के लिए न्याय और इंसाफ का प्रतीक बन गई है।
क्रांति गौड़ के सम्मान में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने क्रांति को एक विशेष आश्वासन भी दिया, जिससे उनका उत्साह और बढ़ गया। मुख्यमंत्री ने वादा किया कि क्रांति के पिता मुन्ना लाल गौड़ (जो 13 साल से निलंबित थे) को दोबारा बहाल किया जाएगा।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 7, 2025
मुन्ना लाल गौर मध्य प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। 2012 में चुनाव ड्यूटी के दौरान एक मामले के कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया था। उनके निलंबन के बाद, क्रांति के परिवार को सामाजिक अपमान का सामना करना पड़ा। पिता की बेरोज़गारी के बावजूद, परिवार ने मुश्किल परिस्थितियों का सामना करते हुए जीवनयापन किया।
क्रांति गौड़ के परिवार में कुल आठ भाई-बहन हैं। उनके बड़े भाई ने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए बस कंडक्टर का काम किया। कठिन परिस्थितियों और पिता की बेरोज़गारी के बावजूद, क्रांति ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष किया।
यह भी पढ़ें- कट गया संजू सैमसन का टीम इंडिया से पत्ता? कप्तान सूर्या के बयान से फैंस हुए हैरान
क्रांति ने बचपन में लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया था। शुरू में लोग उनका मज़ाक उड़ाते थे, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया और पूरी तरह से खेल पर ध्यान केंद्रित किया। यही लगन और मेहनत उन्हें विश्व कप जीत तक ले गई।
आईसीसी महिला वनडे विश्व कप में क्रांति गौड़ का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने टीम इंडिया के लिए आठ मैचों में नौ विकेट लिए। विशेष रूप से ग्रुप चरण में पाकिस्तान के खिलाफ उनके प्रदर्शन ने टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलाई। इसी मैच के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला।
यह भी पढ़ें- IND vs AUS: अभिषेक और गिल ने काटा गदर, ऑस्ट्रेलिया की धरती पर कर दिया ये बड़ा कारनामा
क्रांति गौड़ की मेहनत, परिवार की संघर्षपूर्ण पृष्ठभूमि और खेल के प्रति उनकी निष्ठा ने उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट का नया सितारा बना दिया है। उनके योगदान से न केवल टीम इंडिया ने विश्व कप जीत हासिल किया, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं।