Dhaka:बांग्लादेश क्रिकेट में एक बार फिर विवाद ने तूल पकड़ लिया है। 2025 महिला विश्व कप के बाद तेज़ गेंदबाज़ जाहारा आलम ने अपने पूर्व टीम मैनेजर मंजुरुल इस्लाम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मंजुरुल ने केवल अनुचित टिप्पणियां ही नहीं कीं, बल्कि बार-बार उन्हें जबरन गले लगाकर यौन उत्पीड़न किया। आलम के खुलासों ने बांग्लादेशी महिला क्रिकेट में पहले से मौजूद मारपीट और पक्षपात के आरोपों पर नई बहस छेड़ दी है।
कंधे पर हाथ और अनुचित टिप्पणियां
खेल पत्रकार रियासाद अज़ीम को दिए साक्षात्कार में, आलम ने बताया कि मंजुरुल अक्सर उनके कंधे पर हाथ रखकर अनुचित सवाल पूछते थे। उन्होंने खुलासा किया कि, “मंजुरुल पूछते थे, ‘तुम्हारा मासिक धर्म कितने समय तक रहता है? जब यह खत्म हो जाए, तो मेरे पास आना।’” तेज़ गेंदबाज़ ने कहा कि यह सुनकर उन्हें और टीम के अन्य सदस्यों को गहरा झटका लगा।
⚠️ Jahanara Alam has accused former team manager Manjurul Islam of sexual harassment.
She claims Manjurul asked about her menstrual dates and told her to meet him afterward. He also allegedly hugged players tightly instead of handshakes.#BCB #CricketTwitter pic.twitter.com/g1a7oFeGiO
— ER Saif 🇧🇩 (@ERSaif14) November 7, 2025
जहांआरा आलम ने यह भी आरोप लगाया कि मैच के बाद मंजुरुल उन्हें जबरन गले लगाते थे। उनका कहना है कि इस तरह का व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है और उनके पेशेवर रिश्ते के बावजूद यह उन्हें हर बार असहज महसूस कराता था।
मामले पर बोर्ड ने साधी चुप्पी
आलम ने बताया कि उन्होंने इस अनुचित व्यवहार के खिलाफ कई बार बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) को शिकायत की, लेकिन हर बार उनकी शिकायत को नजरअंदाज कर दिया गया। उन्होंने महिला विंग की प्रमुख हुसैन सिराज से भी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जहांआरा आलम ने कहा, “शिकायत करने के बाद कुछ दिन मंजुरुल का व्यवहार थोड़े सुधर जाते थे, लेकिन फिर वह पुराने रवैये पर लौट आते थे।”
इस पूरे मामले में बोर्ड की चुप्पी ने आलम को गहरा आहत किया। उनका कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि बोर्ड उन्हें समर्थन देगा, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
क्रिकेट से लिया ब्रेक
जहांआरा आलम ने क्रिकेट से अनिश्चितकालीन ब्रेक लेने का फैसला किया है। उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 9 दिसंबर 2024 को आयरलैंड के खिलाफ खेला था। आलम का कहना है कि इस तरह के अनुभव ने उन्हें मानसिक और भावनात्मक रूप से बहुत प्रभावित किया है।
बांग्लादेश महिला क्रिकेट पर असर
जहांआरा आलम के खुलासे ने बांग्लादेश महिला क्रिकेट में यौन उत्पीड़न और पक्षपात की जड़ें उजागर कर दी हैं। यह मामला केवल व्यक्तिगत आरोप नहीं, बल्कि पूरे खेल प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को दर्शाता है। आलम ने स्पष्ट किया कि वे इस मुद्दे को सामने लाकर अन्य खिलाड़ियों को भी न्याय दिलाने की कोशिश कर रही हैं।
जहांआरा आलम के आरोपों ने महिला क्रिकेट में सुरक्षित और समर्थ वातावरण की दिशा में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है।

