Balochistan Announcement: पाकिस्तान के हुए दो टूकड़े, बलूचिस्तान ने किया आजादी का एलान, मिर यार बलोच ने पाकिस्तान को दी वार्निंग

बलूच नेताओं ने पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आज़ादी की घोषणा की है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Updated : 14 May 2025, 5:10 PM IST
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नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बुधवार को‘बलूचिस्तान गणराज्य’ ट्रेंड कर रहा था। इसकी सच्चाई क्या है?  तो बलूच नेताओं ने पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आजादी की घोषणा कर दी है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, बलूच नेता मिर यार बलोच ने एक्स पर शेयर किया कि बलूचिस्तान की जनता पाकिस्तान के जुल्मों को और बर्दाश नही करेगी।

बलूचिस्तान ने भारत में दूतावास की अनुमति मांगी(सोर्स-इंटरनेट)

9 मई को एक्स पोस्ट में मीर यार बलूच ने लिखा,

“आतंकवादी पाकिस्तान के पतन के करीब होने के कारण जल्द ही एक संभावित घोषणा की जानी चाहिए। हमने अपनी आजादी का दावा किया है और हम भारत से अनुरोध करते हैं कि वह बलूचिस्तान के आधिकारिक कार्यालय और दिल्ली में दूतावास की अनुमति दे।”

UN से शांति मिशन भेजने की गुहार

बलूच नेता ने संयुक्त राष्ट्र से भी अपील की है. उन्होंने कहा है कि UN अपनी शांति सेना तुरंत बलूचिस्तान भेजे और पाकिस्तान की फौज को हमारी जमीन, समंदर और एयरस्पेस से बाहर निकाले. उन्होंने मांग की कि पाकिस्तानी सेना की सभी संपत्तियां बलूचिस्तान को सौंपी जाएं और सभी गैर-बलूच सैनिक, ISI और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत क्षेत्र छोड़ें.

हमारी भी फौज है” – मीर यार बलूच का तीखा संदेश

अपने संदेश में मीर यार बलूच ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए लिखा, “अगर तेरे पास सेना है, तो हमारे पास भी बलूच फौज है.” उन्होंने दावा किया कि बलूच लड़ाकों ने हाल ही में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया है.

अब नहीं रुकेगा बलूच आंदोलन

बलोचिस्तान की आज़ादी को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाने के लिए मीर यार बलोच ने संयुक्त राष्ट्र से मांग की है कि वह बलूचिस्तान को लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में मान्यता दे और अपनी शांति सेना भेजे ताकि पाकिस्तान की सेना को बाहर निकाला जा सके। उन्होंने अरबों डॉलर की आर्थिक सहायता की मांग भी की है ताकि नया राष्ट्र अपने मुद्रा और पासपोर्ट जारी कर सके।

पाकिस्तानी लालची सेना जनरलों पर क्यों आरोप लगें

बलूच पाकिस्तान से पीओके खाली करने के भारत के फैसले का पूरा समर्थन करता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान से आग्रह करना चाहिए कि वह तुरंत पीओके छोड़ दे, ताकि ढाका में उसके 93,000 सैन्यकर्मियों को आत्मसमर्पण के एक और अपमान से बचाया जा सके। उन्होंने लिखा, "भारत पाकिस्तानी सेना को हराने में सक्षम है और अगर पाकिस्तान ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो केवल पाकिस्तानी लालची सेना जनरलों को ही रक्तपात के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि इस्लामाबाद पीओके के लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।"

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