Vinayak Chaturthi 2025: 23 या 24 दिसंबर? जानें साल की आखिरी विनायक चतुर्थी की सही तिथि, पूजा विधि और महत्व

Vinayak Chaturthi December 2025 की सही तिथि क्या है? जानें 23 या 24 दिसंबर में कब मनाई जाएगी साल की आखिरी विनायक चतुर्थी, पूजा की सरल विधि, शुभ मुहूर्त और भगवान गणेश की कृपा पाने का धार्मिक महत्व।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 21 December 2025, 4:51 PM IST

New Delhi: दिसंबर का महीना धार्मिक दृष्टि से बेहद खास माना जाता है, क्योंकि इसी महीने साल 2025 की आखिरी विनायक चतुर्थी पड़ रही है। मार्गशीर्ष (अगहन) माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस दिन विघ्नहर्ता गणपति की पूजा करने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और बुद्धि, सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
हालांकि, इस बार भक्तों के बीच यह भ्रम बना हुआ है कि विनायक चतुर्थी 23 दिसंबर को मनाई जाएगी या 24 दिसंबर को। ऐसे में आइए जानते हैं पंचांग के अनुसार सही तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, सरल पूजा विधि और इस व्रत का धार्मिक महत्व।

23 या 24 दिसंबर? जानें सही तिथि

हिंदू पंचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि का आरंभ और समापन इस प्रकार है:

  • चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 23 दिसंबर 2025, दोपहर 03:45 बजे
  • चतुर्थी तिथि समाप्त: 24 दिसंबर 2025, दोपहर 01:30 बजे

हिंदू धर्म में उदया तिथि को विशेष महत्व दिया जाता है, यानी जिस तिथि का प्रभाव सूर्योदय के समय होता है, उसी दिन पर्व मनाया जाता है। चूंकि 24 दिसंबर 2025 को सूर्योदय के समय चतुर्थी तिथि रहेगी, इसलिए साल 2025 की आखिरी विनायक चतुर्थी बुधवार, 24 दिसंबर को मनाई जाएगी।

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विनायक चतुर्थी की सरल पूजा विधि

विनायक चतुर्थी के दिन विधि-विधान से पूजा करने पर भगवान गणेश शीघ्र प्रसन्न होते हैं। पूजा की सरल विधि इस प्रकार है:

  • सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और लाल या पीले वस्त्र धारण करें।
  • व्रत का संकल्प लें और पूजा स्थान को स्वच्छ करें।
  • भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  • गंगाजल से अभिषेक कराएं और सिंदूर, चंदन, अक्षत व जनेऊ अर्पित करें।
  • गणपति को 21 दूर्वा और मोदक या लड्डू का भोग लगाएं।
  • “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
  • अंत में गणेश चालीसा का पाठ और आरती करें।
  • यह पूजा विधि सरल होने के साथ-साथ अत्यंत फलदायी मानी जाती है।

विनायक चतुर्थी का धार्मिक महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से व्यक्ति की बुद्धि तेज होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं समाप्त होती हैं। साल की अंतिम चतुर्थी होने के कारण यह दिन विशेष माना जाता है। इस दिन भक्त बीते वर्ष की गलतियों के लिए क्षमा मांगते हैं और आने वाले नए वर्ष के लिए सुख, शांति और सफलता की कामना करते हैं।

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शास्त्रों में उल्लेख है कि भगवान गणेश अपने भक्तों की प्रार्थनाएं इस दिन शीघ्र स्वीकार करते हैं। विद्यार्थी, व्यापारी और नौकरीपेशा लोगों के लिए यह व्रत विशेष रूप से लाभकारी माना गया है। मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 21 December 2025, 4:51 PM IST

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