इंग्लिश स्कूल में प्रिंसिपल की दबंगई: बच्चों पर टूटा कहर, अभिभावकों में भारी गुस्सा; आखिर क्या है पूरा मामला?

भीलवाड़ा के मां शारदा इंग्लिश स्कूल में प्रिंसिपल पर बच्चों के साथ बेरहमी से मारपीट करने का आरोप है। घटना के बाद अभिभावक गुस्से में हैं और स्कूल प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठा रहे हैं। स्कूल के बाहर प्रदर्शन जारी है और अभिभावक कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

Post Published By: ईशा त्यागी
Updated : 4 December 2025, 5:40 PM IST
इंग्लिश स्कूल में प्रिंसिपल की दबंगई: बच्चों पर टूटा कहर, अभिभावकों में भारी गुस्सा; आखिर क्या है पूरा मामला?

स्कूल में प्रताड़ित बच्चे

Bhilwara: भीलवाड़ा के प्रतापनगर थाना क्षेत्र के जवाहरनगर स्थित मां शारदा इंग्लिश स्कूल में बुधवार को एक शर्मनाक घटना सामने आई, जिसने शिक्षा के मंदिर को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। स्कूल की प्रिंसिपल पर आरोप है कि उन्होंने कई नाबालिग बच्चों के साथ बेरहमी से मारपीट की। यह घटना उस समय हुई जब प्रिंसिपल ने बच्चों को क्लासरूम में बंद कर उन्हें मारा।

प्रिंसिपल पर दबंगई का आरोप

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि प्रिंसिपल ने बच्चों के हाथ, पैर, पीठ, हॉट, जांघ और कानों पर जमकर थप्पड़ मारे, जिनके निशान बाद में बच्चों के शरीर पर पाए गए। जब ये बच्चे रोते हुए घर लौटे, तो उनके माता-पिता ने पूरी घटना की जानकारी प्राप्त की और मामला सामने आया। इस घटना ने अभिभावकों के बीच भारी गुस्सा पैदा कर दिया है और उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता सता रही है।

“क्या ये स्कूल है या यातना शिविर?”

घटना के बाद अभिभावकों ने खुलकर अपना गुस्सा व्यक्त किया। कई अभिभावकों ने कहा कि उनके बच्चे स्कूल जाते वक्त हमेशा खुश रहते थे, लेकिन आज वे डर और सहमे हुए घर लौटे और मारपीट की बात बताई। एक अभिभावक ने गुस्से में कहा, “अगर बच्चों को स्कूल में सुरक्षित नहीं रखा जा सकता, तो उन्हें कहां भेजें? यह शिक्षा नहीं, यह क्रूरता है।”

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स्कूल प्रशासन की मामले को दबाने की कोशिश

अभिभावकों ने जब विरोध जताया, तो स्कूल प्रशासन ने सोशल मीडिया पर एक माफीनामा भेजा, लेकिन लिखित सफाई नहीं दी। इसके बाद से स्कूल प्रशासन की चुप्पी ने मामले को और भी गंभीर बना दिया। गुरुवार को जब अभिभावक स्कूल पहुंचे तो स्कूल के गेट पर ताला लटका हुआ था, जिससे अभिभावकों में और आक्रोश फैल गया।

बच्चों ने कहा “प्रिंसिपल ने डंडा भी दिखाया”

कई बच्चों ने रोते हुए बताया कि उन्हें क्लास में खड़ा कर थप्पड़ और स्केल से मारा गया। एक बच्चे ने फूट-फूट कर कहा, “प्रिंसिपल ने डंडा भी दिखाया, हम बहुत रोए लेकिन फिर भी मारा। हम डर गए थे।” बच्चों के इस बयान ने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया है।

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स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग 

इस घटना के बाद अभिभावकों ने प्रतापनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है और उनकी प्रमुख मांग है कि स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, मामले की निष्पक्ष जांच हो और बच्चों के साथ मारपीट रोकने के लिए लिखित आदेश जारी किए जाएं। इसके अलावा अभिभावक स्कूल प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए और स्कूल की मान्यता रद्द की जाए।

आखिर कब तक शिक्षा के नाम पर हिंसा?

इस मामले ने सवाल उठाया है कि यदि स्कूल के संचालक और प्रिंसिपल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते, तो ऐसे संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती? अभिभावक अब इस घटना के खिलाफ खुलकर विरोध कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि बच्चों के प्रति हिंसा को समाप्त किया जाए।

Bhilwara: भीलवाड़ा के प्रतापनगर थाना क्षेत्र के जवाहरनगर स्थित मां शारदा इंग्लिश स्कूल में बुधवार को एक शर्मनाक घटना सामने आई, जिसने शिक्षा के मंदिर को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। स्कूल की प्रिंसिपल पर आरोप है कि उन्होंने कई नाबालिग बच्चों के साथ बेरहमी से मारपीट की। यह घटना उस समय हुई जब प्रिंसिपल ने बच्चों को क्लासरूम में बंद कर उन्हें मारा।

प्रिंसिपल पर दबंगई का आरोप

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि प्रिंसिपल ने बच्चों के हाथ, पैर, पीठ, हॉट, जांघ और कानों पर जमकर थप्पड़ मारे, जिनके निशान बाद में बच्चों के शरीर पर पाए गए। जब ये बच्चे रोते हुए घर लौटे, तो उनके माता-पिता ने पूरी घटना की जानकारी प्राप्त की और मामला सामने आया। इस घटना ने अभिभावकों के बीच भारी गुस्सा पैदा कर दिया है और उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता सता रही है।

"क्या ये स्कूल है या यातना शिविर?"

घटना के बाद अभिभावकों ने खुलकर अपना गुस्सा व्यक्त किया। कई अभिभावकों ने कहा कि उनके बच्चे स्कूल जाते वक्त हमेशा खुश रहते थे, लेकिन आज वे डर और सहमे हुए घर लौटे और मारपीट की बात बताई। एक अभिभावक ने गुस्से में कहा, “अगर बच्चों को स्कूल में सुरक्षित नहीं रखा जा सकता, तो उन्हें कहां भेजें? यह शिक्षा नहीं, यह क्रूरता है।”

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स्कूल प्रशासन की मामले को दबाने की कोशिश

अभिभावकों ने जब विरोध जताया, तो स्कूल प्रशासन ने सोशल मीडिया पर एक माफीनामा भेजा, लेकिन लिखित सफाई नहीं दी। इसके बाद से स्कूल प्रशासन की चुप्पी ने मामले को और भी गंभीर बना दिया। गुरुवार को जब अभिभावक स्कूल पहुंचे तो स्कूल के गेट पर ताला लटका हुआ था, जिससे अभिभावकों में और आक्रोश फैल गया।

बच्चों ने कहा "प्रिंसिपल ने डंडा भी दिखाया"

कई बच्चों ने रोते हुए बताया कि उन्हें क्लास में खड़ा कर थप्पड़ और स्केल से मारा गया। एक बच्चे ने फूट-फूट कर कहा, “प्रिंसिपल ने डंडा भी दिखाया, हम बहुत रोए लेकिन फिर भी मारा। हम डर गए थे।” बच्चों के इस बयान ने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया है।

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स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग 

इस घटना के बाद अभिभावकों ने प्रतापनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है और उनकी प्रमुख मांग है कि स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, मामले की निष्पक्ष जांच हो और बच्चों के साथ मारपीट रोकने के लिए लिखित आदेश जारी किए जाएं। इसके अलावा अभिभावक स्कूल प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए और स्कूल की मान्यता रद्द की जाए।

आखिर कब तक शिक्षा के नाम पर हिंसा?

इस मामले ने सवाल उठाया है कि यदि स्कूल के संचालक और प्रिंसिपल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते, तो ऐसे संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती? अभिभावक अब इस घटना के खिलाफ खुलकर विरोध कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि बच्चों के प्रति हिंसा को समाप्त किया जाए।

Location : 
  • Bhilwara

Published : 
  • 4 December 2025, 5:40 PM IST