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हनीमून पर गए थे ‘सपनों का स्वर्ग’ मालदीव, लेकिन जो देखा उससे उड़ गए होश

हनीमून का नाम सुनते ही ज़हन में जो पहला सपना आता है, वो है—मालदीव! नीला समंदर, सफेद रेत और प्राइवेट आइलैंड... यानी जन्नत का दूसरा नाम। लेकिन क्या हो जब वो जन्नत अचानक किसी अधूरी कंस्ट्रक्शन साइट में बदल जाए?
Post Published By: Poonam Rajput
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हनीमून पर गए थे ‘सपनों का स्वर्ग’ मालदीव, लेकिन जो देखा उससे उड़ गए होश

New Delhi: हनीमून का नाम सुनते ही ज़हन में जो पहला सपना आता है, वो है मालदीव! नीला समंदर, सफेद रेत और प्राइवेट आइलैंड… यानी जन्नत का दूसरा नाम। लेकिन क्या हो जब वो जन्नत अचानक किसी अधूरी कंस्ट्रक्शन साइट में बदल जाए?

ब्रिटेन के एक नवविवाहित कपल, सोफी और ल्यूक, के साथ ठीक ऐसा ही हुआ। इन्होंने अपने हनीमून के लिए करीब 11 लाख 60 हजार रुपये खर्च कर दिए, वो भी सिर्फ इसलिए कि उन्हें ड्रीम डेस्टिनेशन मालदीव में शानदार अनुभव मिलेगा। लेकिन वहां जाकर इनका सारा रोमांस, रोमांच और रिलैक्सेशन, तीनों का बुरा हाल हो गया।

‘प्राइवेट आइलैंड’ निकला ‘प्राइवेट साइट’!

शादी के बाद सोफी और ल्यूक ने यूके की एक नामी ट्रैवल कंपनी से मालदीव के एक नए आइलैंड की बुकिंग करवाई थी। उन्हें बताया गया था कि ये आइलैंड जुलाई में पूरी तरह खुल जाएगा और उन्हें एक “स्पेशल ऑफर” मिल रहा है। होटल के वादे थे सात रेस्टोरेंट, दो आइलैंड को जोड़ने वाला पुल, और फुल ऑन लग्ज़री।

लेकिन जैसे ही ये कपल वहां पहुंचा, शुरुआत में सब कुछ फिल्मी था  स्टाफ ने जोरदार स्वागत किया, आइलैंड का नज़ारा लाजवाब था। फिर आई हकीकत की ठंडी हवा! पता चला कि वे पूरे आइलैंड पर पहले और इकलौते गेस्ट हैं। सुनने में तो प्राइवेट लग रहा था, लेकिन सच में सन्नाटा कुछ ज़्यादा ही प्राइवेट हो गया।

डिनर में मिला सन्नाटा, मेन्यू में मिला झटका

पहली ही रात जब सोफी-ल्यूक बुफे रेस्टोरेंट पहुंचे, तो देखा चारों ओर सिर्फ कंस्ट्रक्शन साइट जैसा माहौल शोर-गुल, काम करते मजदूर, और अधूरी इमारतें। बुफे रद्द कर दिया गया था क्योंकि गेस्ट ही नहीं थे! अब भला 11 लाख की ट्रिप पर कोई दो-तीन आइटम वाला मेन्यू देखकर खुश होगा? बाकी चार रेस्टोरेंट्स तो अभी तक खुले ही नहीं थे और जो खुले थे, उनमें “कृपया जो है वही खाइए” वाली स्थिति थी। हनीमून का रोमांस हवा हो गया और स्टाफ की जरूरत से ज्यादा मौजूदगी ने कपल को और असहज कर दिया।

पानी भी खुद नहीं पी सकते थे!

सोफी ने बताया कि एक बार उनके पति ल्यूक, टेबल पर खुद दो ग्लास पानी ले जा रहे थे, तभी स्टाफ बीच में आकर उनके हाथ से ग्लास छीन लिए और बोले, “ये मेरा काम है।” अब कुछ लोगों को ये रॉयल ट्रीटमेंट लगेगा, लेकिन सोफी और ल्यूक जैसे कपल जो थोड़ा अकेले रहना चाहते थे, उनके लिए यह सब थोड़ा ज्यादा हो गया।

चार दिन में छोड़ दिया मालदीव का सपना

आखिरकार, कपल ने सिर्फ चार दिन बाद ही मालदीव छोड़ दिया और दुबई भाग गए। ट्रैवल कंपनी ने बाकी 7 दिन के पैसे वापस कर दिए, लेकिन हनीमून जैसा खास मौका तो हाथ से निकल ही गया। सोफी ने इंस्टाग्राम पर ये अनुभव शेयर किया, जिस पर लाखों व्यूज़ और ढेरों कमेंट्स आए। एक यूजर ने चुटकी ली  “मैडम, आपको मालदीव जैसी जगह जाने को मिला, वही काफी है! हम तो बस फोटो ही देख पाते हैं।” तो एक ने कहा  “कंस्ट्रक्शन का शोर हो या शादी के बाद का सन्नाटा  दोनों ही दर्दनाक होते हैं!” तो जनाब, अगली बार हनीमून प्लान करें तो सिर्फ नज़ारे नहीं, कंस्ट्रक्शन स्टेटस भी चेक कर लें! वरना ‘स्वर्ग’ से सीधा ‘सिरदर्द’ बनते देर नहीं लगती!

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