कानपुर: यूपी के कानपुर देहात में लंबे समय से गड्ढा युक्त सड़कें हादसों को दावत दे रही हैं लेकिन फिर भी इस ओर प्रशासन की नजर नहीं पड़ रही है, जिसके चलते आए दिन हादसे हो रहे हैं। जिले के कस्बा झींझक से कंचौसी जाने वाली सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे होने के चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं मगर जिम्मेदार अधिकारियों की नजर नहीं पड़ रही है।
इसी मार्ग पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना है और क्षेत्रीय लोग बड़ी संख्या में इलाज कराने पहुंचते हैं। गड्ढों में जलभराव होने से दुपहिया वाहनों चालकों को दिखाई नहीं पड़ता और हादसे के शिकार हो जाते हैं।
रविवार को कस्बा झींझक के भोला नगर से कंचौसी जाने वाले मार्ग पर जनपद जालौन के उरई निवासी बबलू जो कि कंचौसी रोड पर किराए पर रहते हैं। बबलू मार्ग के मोड़ पर गोल गप्पे का ठेला लगाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं, वहीं आज वह ठेला लेकर अपनी दुकान लगाने जा रहे थे।
इसी दौरान उन्हें सड़क पर जलभराव होने के चलते गड्ढा दिखाई नहीं दिया और ठेला उनका पलट गया, यह देख वहां से गुजर रहे लोगों ने उनकी मदद की लेकिन गरीब बबलू का नुकसान हो गया। बीते शनिवार को कंचौसी की ओर से वापस बाइक से घर आ रहे झींझक कस्बा निवासी प्रदीप गुप्ता भी गिरकर घायल हो गए। यह मार्ग कई गांवों को जोड़ता है इसके साथ ही औरैया जिले को भी जोड़ता है।
झींझक से जुड़े कई गांवों को जाने वाली सड़कें खस्ताहाल
रसूलाबाद विधानसभा में कस्बा झींझक आता है जबकि खानपुर, डिलवल, प्रयागपुर और डेरापुर ये हिस्सा सिकंदरा विधानसभा में आता है। झींझक से खानपुर, डिलवल, प्रयागपुर और डेरापुर समेत कई को जाने वाली सड़क भी कई वर्षों से गड्ढों में तब्दील है, यहां से गुजरने वाले राहगीर भी हादसे का शिकार हो रहे हैं।